कांग्रेस ने सोमवार को निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा किये जाने के बाद आरोप लगाया कि आयोग का बीजेपी के साथ गठबंधन है और मुख्य चुनाव आयुक्त राहुल गांधी द्वारा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब देने में विफल रहे हैं। आयोग की इस घोषणा पर कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, हमें अपने सवालों के जवाब नहीं मिलते। निर्वाचन आयोग से रोज़ाना सवाल पूछे जा रहे हैं। उन्होंने एक राजनीतिक माहौल बनाया कि अवैध प्रवासी हैं, अवैध प्रवासी कहां हैं? उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, इंडिया गठबंधन और राहुल गांधी ने जो सवाल पूछे थे, उनका कोई जवाब नहीं दिया गया।
खेड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि सोमवार को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन को लोगों के हाथों में पैसा पहुंचाने का समय मिल गया। उन्होंने कहा, अगर यह बीजेपी और चुनाव आयोग के बीच गठबंधन नहीं है, तो फिर क्या है? मुद्दा सिर्फ़ वोट चोरी नहीं है, बल्कि इसके बाद आप क्या करते हैं, यह है। आपने पिछले 20 सालों में क्या किया, यही मुद्दा है। आपने पेंशन, राशन, नौकरियां छीन लीं।
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने सोमवार को कहा कि विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही बीजेपी-जेडीयू के कुशासन का अंत शुरू हो गया है और अब राज्य बदलाव के लिए तैयार है। राजेश राम ने निर्वाचन आयोग द्वारा सोमवार को विधानसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित किए जाने के बाद कहा, पिछले 20 वर्ष से बिहार ने अंधकार, भय और भ्रष्टाचार का बोझ झेला है। अब जनता जवाबदेही की शुरुआत करेगी और भ्रष्टाचार तथा घोटालों का अंत करेगी, जिन्होंने बिहार की रीढ़ तोड़ दी।
राजेश ने आरोप लगाया, बीजेपी-जेडीयू की सरकार ने बिहार को लूट का एटीएम बना दिया, जहां गरीबों के हक का पैसा अफसरों और माफियाओं के खातों में गया। राजेश राम ने कहा, यह डबल इंजन नहीं, ट्रबल इंजन सरकार है। उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा को बीजेपी-जेडीयू सरकार की सबसे बड़ी विफलता बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा, बिहार की जातिगत सर्वे रिपोर्ट ने दिखाया कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों की आर्थिक स्थिति बदतर है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का संकल्प है गिनती भी होगी, गिनती में हिस्सेदारी भी होगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, आज निर्वाचन आयोग की घोषणा के साथ ही बिहार में जवाबदेही की सुबह शुरू हो गई है। बीजेपी-जेडीयू ने 20 वर्ष तक बिहार की जनता को अपराध, गरीबी और पलायन का दंश दिया। अब जनता ने मन बना लिया है बीजेपी-जेडीयू के भ्रष्टाचार का अंत होगा और महागठबंधन के साथ बिहार आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं बल्कि नीति परिवर्तन, व्यवस्था परिवर्तन और विश्वास की वापसी का चुनाव होगा।
इससे पहले सोमवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। बिहार में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। बिहार में पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा।