कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए ) हरियाणा की तरह बिहार में भी विधानसभा चुनाव को चोरी करने की तैयारी में है।
उन्होंने पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी और मधुबनी जिलों में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए यह भी दावा किया कि निर्वाचन आयोग देश के संविधान और लोकतांत्रिक अधिकारों को कमजोर करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है।
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के हरियाणा में कथित वोट चोरी से संबंधित संवाददाता सम्मेलन का हवाला देते हुए कहा, जिस तरह उन्होंने (एनडीए) हरियाणा में पूरा चुनाव चुरा लिया, उसी तरह वे बिहार में भी 65 लाख वोटों को नामावली से हटाकर ऐसा ही करने की तैयारी कर रहे हैं।
उनका कहना था, ऐसी वोट चोरी से आपके अधिकार छीने जाते हैं। इससे वह संविधान कमजोर होता है, जिसके लिए महात्मा गांधी जी लड़े, मेरे परिवार के लोग शहीद हुए।
प्रियंका गांधी ने जनता का आह्वान किया, आप बिहार में एक ऐसी सरकार बनाइए, जो महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों के लिए काम करे- वोट चोरी न करे।
उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और दो निर्वाचन आयुक्तों एस एस सिंधू और विवेक जोशी का उल्लेख करते हुए दावा किया, ये चुनाव आयोग के सबसे ऊंचे अधिकारी हैं, जो देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ये तीन लोग आपके अधिकार छीन रहे हैं। इनके नाम याद कर लीजिए। इनको पद और आयोग के पीछे छिपने मत दीजिए।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, जो लोग देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं, उन्हें देश भूलेगा नहीं। नरेन्द्र मोदी जी को मैं चुनौती देती हूं कि वो निष्पक्ष चुनाव कराएं। देखते हैं कि कौन जीतता है?
उन्होंने कहा, राहुल गांधी की लड़ाई आपके और सच्चाई के लिए है, वह वही लड़ाई लड़ रहे हैं जो कभी महात्मा गांधी ने लड़ी थी।
प्रियंका गांधी ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराए गए तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार उखाड़ फेंकी जाएगी और उसकी जगह एक ऐसी सरकार आएगी जो गरीबों, महिलाओं और युवाओं के लिए काम करेगी।
प्रियंका गांधी ने कहा, भाजपा नेता लोगों से धर्म के नाम पर राजग को वोट देने का आग्रह करते हैं, न कि विकास के लिए। अगर यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हुआ, तो बिहार के लोग इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और ऐसी सरकार को चुनेंगे जो गरीबों, महिलाओं और युवाओं के लिए काम करेगी।
उन्होंने महागठबंधन के पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, नरेन्द्र मोदी विपक्षी पार्टियों के पोस्टर में लोगों की फोटो नापते रहते हैं। वह देश के प्रधानमंत्री हैं, क्या उनके पास और कोई काम नहीं है?
कांग्रेस महासचिव ने चंपारण में महात्मा गांधी के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा, हम कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता हैं, जिनको महात्मा गांधी जी ने रास्ता दिखाया। वहीं, महात्मा गांधी जी को ये रास्ता दिखाने वाले आपके पूर्वज थे। बिहार के लोगों को इस देश में अपनी भागीदारी समझनी पड़ेगी। आपको समझना पड़ेगा कि इस देश को बनाने वाले आपके पूर्वज हैं।
पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, युवा लगातार परीक्षा देते हैं, लेकिन बार-बार पेपर लीक हो जाता है। ऐसे में परीक्षा और नियुक्तियों के इंतजार में युवाओं के जीवन के कई साल बर्बाद हो जाते हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में युवाओं की यही स्थिति है।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में डबल इंजन की नहीं, सिंगल इंजन की सरकार है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी चलाते हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा, नरेन्द्र मोदी चुनाव से पहले 10 हजार रुपये देकर वोट लेना चाहते हैं। आज बिहार में पलायन और गरीबी है। लोग परिवार के लिए दूसरे राज्यों में कमाने जाते हैं, लेकिन मोदी-नीतीश को ये नहीं दिखता।
उन्होंने दावा किया, 20 साल से एनडीए की सरकार है, लेकिन मोदी आज तक बिहार के किसी गांव में जनता का हाल जानने तक नहीं गए। असलियत में इन्हें जनता की परवाह ही नहीं है। ये लोग बस टीवी, पोस्टर में अपना चेहरा चमकाने में लगे हैं।