राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव से जुड़े आईआरसीटीसी घोटाला मामले की सुनवाई को लेकर बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। इस मामले पर विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, बिहार में हम सभी जानते थे कि आज क्या होने वाला है। चुनाव के समय ही इस तरह की कार्रवाई का समय चुना गया। बीजेपी हमेशा अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाती है, चाहे वह ईडी, सीबीआई या अदालतों के जरिए हो। लेकिन इसका बिहार चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि उल्टा प्रभाव होगा।
उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता इस तरह की कार्रवाइयों को समझती है और इसका विधानसभा चुनाव में वोट के जरिए जवाब देगी।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, इस तरह की कार्रवाइयों से कोई फर्क नहीं पड़ता। हम दलितों और वंचितों की आवाज उठाने वाले लोग हैं। हम इंडी गठबंधन के साथ हैं और कोई भी हमें दबा नहीं सकता। हम तेजस्वी यादव के साथ मजबूती से खड़े हैं।
शकील अहमद खान ने महागठबंधन की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि मौजूदा भ्रष्ट सरकार का जाना तय है और सीट बंटवारे को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, हम अपने सभी नेताओं के साथ दिल्ली में हैं और अपने वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन ले रहे हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। सीट बंटवारे पर जल्द ही फैसला हो जाएगा। महागठबंधन एकजुटता के साथ चुनाव लडे़गा और बड़ी जीत दर्ज करेगा।