जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए करना होगा जनसंख्या नियंत्रण : गिरिराज सिंह

जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए करना होगा जनसंख्या नियंत्रण : गिरिराज सिंह

बेगूसराय, 16 जून । केन्द्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि जनप्रतिनिधि आएंगे-जाएंगे, लेकिन बढ़ती हुई आबादी चुनौती है। भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी कहा है कि जलवायु परिवर्तन को रोकना है तो जनसंख्या नियंत्रण करना होगा।

शुक्रवार को बेगूसराय जिला परिषद कार्यालय में जिला परिषद अध्यक्ष एवं सदस्यों से विकास को लेकर संवाद के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि इसके लिए एजेंडा बनाएं। सभी जनप्रतिनिधि एक साथ बैठकर विमर्श करें कि विकास कैसे होगा। राजनीति से परे हटकर जिला और गांव के विकास का एजेंडा बनाएं। पंचायत समिति के पैसे से पंचायत को काम करने दिया जाए।

इसके लिए पंचायती राज मंत्रालय सभी मुख्यमंत्री को पत्र लिखेगा। राज्य को स्वायत्तता चाहिए तो पंचायत को भी स्वायत्तता चाहिए। जिला के विकास के लिए जिला में बैठकर योजना बनानी होगी। पूरे देश के सभी जिला में साथ बैठाकर चर्चा कराएंगे। सभी जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के विकास की रूपरेखा योजना बनाकर तय नहीं करेंगे तो समग्र विकास नहीं होगा।

गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के विकास का आधार पंचायत है। गांव, ग्रामीण और पंचायत को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार कई स्तर पर प्रयास कर रही है। पंचायतों को सेल्फ रिवेन्यू जेनरेटेड, शिक्षा और रोजगार युक्त बनाना होगा। गांव का पानी गांव में रोकने के लिए प्रयास करना होगा। ग्रीन एनर्जी और कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनाने की पहल करनी होगी।

पंचायत से लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ तक पूरी दुनिया ग्लोबलाइजेशन में है। लेकिन जलवायु परिवर्तन होने से परेशानी बढ़ती जा रही है। तूफान, ओला-पत्थर, बेमौसम बारिश और बीमारियां बढ़ रही है। इसके लिए पंचायतों को पहल करनी होगी। पंचायत का अपना रेवेन्यू नहीं है। मोदी सरकार उसकी भी चिंता कर रही है। संवैधानिक तरीके से पंचायत कैसे रेवेन्यू जनरेट करेगा, इसके लिए प्रयास चल रहा है। सिर्फ रेवेन्यू जनरेट नहीं, समग्र विकास करना है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि तमिलनाडु के एक पंचायत ने खुद योजना बनाकर पवन चक्की का प्रोजेक्ट बनाया और ग्रीन एनर्जी के साथ फ्री एनर्जी बनाकर उपयोग कर रहा है। जलवायु परिवर्तन से जब पूरी दुनिया परेशान है तो इसके लिए सबको मिलकर पहल करनी होगी। ग्रीन एनर्जी और कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनाने के लिए अपने छत पर सोलर प्लेट लगाएं। इसके लिए कई योजना चल रही है, बैंक ऋण दे रही है।

गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में रहे, इसके लिए योजना बनाकर काम करना होगा। हर वर्ष जलस्तर तीन से चार प्रतिशत नीचे गिर रहा है। इससे बचाव के लिए जल संरक्षण कार्य करना होगा। तालाब को बढ़ावा देने से ग्राउंड लेवल बना रहेगा। संस्टेबल डेवलपमेंट करना होगा। सभी जनप्रतिनिधि शिक्षा युक्त पंचायत बनाने के लिए सभी बच्चों का स्कूल में नामांकन कराने की दिशा में पहल करें।

गिरिराज सिंह ने कहा कि रोजगार युक्त पंचायत बनाने के लिए सबको पहल करनी होगी। सभी को सरकारी नौकरी देना किसी भी सरकार से संभव नहीं है। हर गांव में सेल्फ हेल्प ग्रुप को बढ़ावा देकर हर घर की महिलाओं को उससे जोड़ना है। उनकी आय एक लाख वार्षिक हो जाएगी तो रोजगार युक्त पंचायत बन जाएगा।

जिला परिषद, पंचायत समिति और पंचायती विकास का स्रोत है। समग्र विकास करने के लिए सभी जनप्रतिनिधि आगे आएं। जिला के सभी जनप्रतिनिधि एक साथ बैठकर विकास पर विमर्श करें, योजना बनाएं। संवाद में जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान, उपाध्यक्ष नंदलाल राय, पूर्व अध्यक्ष रतन सिंह, विधायक कुंदन कुमार, अमरेन्द्र कुमार अमर सहित विभिन्न क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।