अररिया 11अक्टूबर । राष्ट्रीय लोक जनता दल ने फारबिसगंज अनुमंडल कार्यालय परिसर में बुधवार को सामाजिक आर्थिक सर्वे के पहले चरण में जारी जातीय जनगणना में व्याप्त विसंगतियों के खिलाफ एकदिवसीय धरना दिया।
रालोजद के जिलाध्यक्ष विभाषचद्र मेहता की अध्यक्षता में कार्यकर्ताओं ने धरना देते हुए जारी जातीय आंकड़ों में भारी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया गया।मामले को लेकर एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन प्रेषित किया गया।
धरना प्रदर्शन में पार्टी प्रदेश महासचिव रमेश कुमार मेहता,जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण मेहता, प्रदेश सचिव रणजीत कुमार सिंह,आईटी सेल के अध्यक्ष राजीव कुमार,जिला महासचिव टुनटुन मेहता,आशीष कुमार,जिला छात्रसंघ के जिलाध्यक्ष श्याम कुशवाहा,पंकज कुमार,अजय कुमार यादव, प्रदीप मेहता, अरुण कुमार, श्याम कुमार, उपेंद्र मेहता, स्वामी पासवान, मुकेश मेहता, सुरेंद्र मेहता आदि शामिल हुए।
मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष विभाष चंद्र मेहता ने कहा कि हजारों लाखों परिवारों के बीच सर्वे के लिए गई नही और आधी अधूरी जानकारी के साथ गणना का काम किया गया।उन्होंने बिहार सरकार पर केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए कई जातियों के आंकड़े को कम करके दिखाने की बात कही। जाति आधारित जनगणना में बहेलिया,चंद्रवंशी(कर्मकार),माली(मालाकार)जातियों की संख्या इथनोग्राफी से काफी कम है।तीनों जातियों की इथनोग्राफी अध्ययन सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से ए एन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान पटना से कराया गया था।इसके अलावे भी उन्होंने जातीय जनगणना में कई विसंगती होने की बात कही।उन्होंने जदयू और बिहार सरकार की फर्जी आंकड़ा के साथ सर्वे रिपोर्ट जारी करने का आरोप लगाया।