(FM Hindi):-- बिहार में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मुसलमानों को लेकर दिए गए नमक हराम वाले विवादित बयान पर चौतरफा घिर गए हैं।
बिहार में चुनावी रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने आयुष्मान योजना और अन्य लाभकारी योजनाओं के जरिए समाज के हर वर्ग को सुविधा दी है, लेकिन मुस्लिम समुदाय ने इसका समर्थन नहीं किया। उन्होंने एक मौलवी के साथ बातचीत का जिक्र किया और कहा कि जब उनसे वोट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि वोट नहीं दिया। इसी के आधार पर उन्होंने उन्हें नमक हराम कहा और यह साफ किया कि ऐसे वोट उन्हें नहीं चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मुसलमानों पर दिए गए बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर ध्यान देने, मस्जिदों के नीचे मंदिर खोजने और पाकिस्तान को वीजा जारी करने के अलावा उनके पास कोई और काम नहीं है। भारत सरकार को उन्हें आधिकारिक रूप से मानसिक रूप से अयोग्य घोषित कर देना चाहिए, क्योंकि वे न तो अपने मंत्रालय का कोई काम करते हैं और न ही कहीं और। उनका एकमात्र उद्देश्य सांप्रदायिक राजनीति करना, देश को बांटना और धार्मिक तनाव पैदा करना है।
मुसलमानों को लकेरकेंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नमक हराम वाले बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा, गिरिराज सिंह ने दावा किया कि मुसलमान केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लेते हैं, लेकिन बीजेपी को वोट नहीं देते। यह सही नहीं है। मुसलमानों ने 2014 में मोदी को वोट दिया था। बिहार और उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मुस्लिम वोट भी मिले थे। आप वोट चोरी करके सत्ता में हैं। अब हिंदू भी आपको वोट नहीं दे रहे हैं, तो क्या आप उन्हें भी नमक हराम कहेंगे? प्रधानमंत्री मोदी को गिरिराज सिंह को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर देना चाहिए।