वनांचल में हाथियों की धमक, धान फसल को पहुंचाने से किसान परेशान

वनांचल में हाथियों की धमक, धान फसल को पहुंचाने से किसान परेशान

धमतरी, 4 नवंबर । सिकासेर हाथियों का दल रिजर्व फारेस्ट से नगरी के जंगल में पहुंच गया है। 40 हाथियों का यह दल नगरी से केरेगांव की ओर बढ़ रहा है। बड़ी संख्या में हाथियों के आने से वनांचल के रहवासियों में दहशत है। खरीफ फसल का नुकसान हो रहा है। कई खेत में धान फसल को रौंद चुके हैं। हाथियों के आने से वनांचल के किसान खासे परेशान हैं।

वन विभाग ने हाथी विचरण क्षेत्र के आसपास एक दर्जन से अधिक गांवों में अलर्ट जारी किया है। लोगों को सतर्क रहने तथा जंगल नहीं जाने की समझाईश दी गई है। नगरी परिक्षेत्र के हाथी मित्रदल प्रमुख झम्मन कश्यप, शेख अब्दुल कादिर, महेंद्र ध्रुव, रामकुमार ध्रुव, चित्रसेन वर्मा, मुनीर खान ने बताया कि ग्राम गजकन्हार परिसर के कक्ष क्रमांक 270 में सिकासेर दल के 40 हाथी विचरण कर रहे हैं। यहां दल मौजूद है। हाथियों ने कल्लेमेटा, गजकन्हार में फसलों को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों की चिंघाड़ से आसपास के वनवासियों में दहशत है। हाथियों की संख्या और उसके रूट को देखते हुए गजकन्हार, बांधा, गुहारनाला, कोटाभरी, बीचपारा, बिलभद्दर, डांगरडुला, कल्लेमेटा, चरगांव, तुमबाहरा, कोलियारी, जबर्रा, दुगली गांव में मुनादी कर लोगों को सावधान किया गया है। मालूम हो किकुछ माह पूर्व भी हाथियों का दल इस क्षेत्र में पहुंचा था। हाथियों ने किसानों की तैयार धान फसल को खाकर हानि पहुंचाया था। हाथियों के विचरण को देखते हुए वन विभाग ने मुनादी करवा कर धमतरी जिले के ग्राम मड़वापथरा, कसावाही, बरपानी, बिश्रामपुर, तुमाबुजुर्ग, आमापानी और बालोद जिले के ग्राम बोरिदकला, बालोदगहन, नैकुरा, जगतरा, सोहतरा के ग्रामीणों को सावधान रहने की सलाह दी है। ग्रामीणों को जंगल न जाने, रात्रि जंगल के रास्तों पर न जाने की समझाइश दी है। इस संबंध में धमतरी वन मंडलाधिकारी शमा फारूखी ने कहा कि वन विभाग द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है। हाथियों के लोकेशन के आधार पर क्षेत्र के ग्रामीणों को लगातार जानकारी दी जा रही है। हाथियों के विचरण को देखते हुए वन विभाग ने वनक्षेत्र में मुनादी कराई है।