फ्रांस में किशोर की हत्या के बाद भड़की हिंसा रोकने के लिए तैनात किए जाएंगे 40 हजार पुलिसकर्मी

फ्रांस में किशोर की हत्या के बाद भड़की हिंसा रोकने के लिए तैनात किए जाएंगे 40 हजार पुलिसकर्मी

नैनटेरे (फ्रांस), 29 जून । फ्रांस के नैनटेरे में एक पुलिस अधिकारी द्वारा 17 वर्षीय एक किशोर को गोली मारे जाने के बाद भड़की हिंसा रोकने के लिए फ्रांस सरकार 40 हजार पुलिसकर्मी तैनात करेगी। इसके साथ पुलिस उन इलाकों में कार्रवाई करेगी, जहां इमारतों और वाहनों में आग लगा दिया गया था। वहीं इसी मामले में पुलिस अधिकारी के गैर इरादतन हत्या को लेकर प्रारंभिक आरोप सौंपे गए हैं। फ्रांसीसी अभियोजकों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। हत्या की इस घटना के विरोध में यहां उग्र प्रदर्शन हुए थे।

नैनटेरे अभियोजक पास्कल प्राचे ने कहा कि उनकी प्रारंभिक जांच ने उन्हें इस निष्कर्ष पर पहुंचाया कि हथियार के कानूनी उपयोग की शर्तें पूरी नहीं की गईं।

फ्रांसीसी कानून के तहत, प्रारंभिक आरोपों का मतलब है कि जांच करने वाले न्यायाधीशों के पास यह संदेह करने का मजबूत कारण है कि कुछ गलत हुआ है लेकिन मामले को सुनवाई के लिए भेजने के बारे में निर्णय लेने से पहले आगे की जांच के लिए समय दिया जाना चाहिए।

नैनटेरे में मंगलवार को यातायात जांच के दौरान 17 वर्षीय नाहेल की हत्या का वीडियो सामने आया है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी आक्रोशित हैं। इस घटना के बाद फ्रांस में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हुईं।

मंत्रियों ने अचानक भड़की हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और शांति की अपील की। साथ ही चेतावनी दी कि हिंसा की घटनाओं से सख्ती से निपटा जाएगा।

हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और लगभग 100 सार्वजनिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। प्रदर्शनकारियों ने अनेक वाहनों को भी आग लगा दी। पेरिस के बाद हिंसा देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी भड़क गई।

सुबह हुई आपात बैठक के बाद गृह मंत्री मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि पुलिस व्यवस्था चौगुनी से अधिक की जाएगी और 40,000 तक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अकेले पेरिस क्षेत्र में, तैनात अधिकारियों की संख्या दोगुनी से अधिक 5,000 हो जाएगी।

किशोर के मारे जाने की घटना से गुस्साए प्रदर्शनकारी रात भर पेरिस के उपनगरों में प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने कारों तथा सरकारी भवनों को आग लगा दी। सुरक्षा प्रयासों और राष्ट्रपति के शांति के आह्वान के बावजूद, कई अन्य फ्रांसीसी शहरों एवं कस्बों में भी अशांति फैल गई।

मंगलवार को यातायात जांच के दौरान की गई 17 वर्षीय नाहेल की हत्या का वीडियो भी सामने आया है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी आक्रोशित हैं।

राष्ट्रीय पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार, पुलिस और अग्निशमनकर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने और रात भर कई जगह लगी आग को बुझाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, जिससे स्कूल, थाने और टाउन हॉल या अन्य सार्वजनिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस ने देशभर में 150 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से आधे से अधिक पेरिस क्षेत्र में गिरफ्तार किए गए।

राष्ट्रपति ने की आपात बैठक

हिंसा को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को एक आपातकालीन सुरक्षा बैठक की। मैक्रों ने बैठक की शुरुआत में कहा कि ये कृत्य पूरी तरह से अनुचित हैं। नैनटेरे में कई वाहनों को आग लगा दी गई तथा पुलिस पर पथराव किया गया जिसने जवाब में आंसू गैस के गोले दागे। मैक्रां ने हत्या को अक्षम्य करार दिया और शांति का आह्वान किया। उन्होंने बुधवार को मार्सिले में संवाददाताओं से कहा कि किसी भी युवा व्यक्ति की मौत को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता।