ब्रिटेन के विदेश मंत्री भारत यात्रा के दौरान करेंगे प्रौद्योगिकी मामलों से जुड़े दूत की तैनाती का ऐलान

लंदन, 01 मार्च । ब्रिटेन के विदेशमंत्री जेम्स क्लेवरली हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रौद्योगिकी मामलों से जुड़े अपने पहले दूत की तैनाती की घोषणा भारत यात्रा के दौरान करेंगे। इसका मकसद भारत और क्षेत्र में तकनीकी और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना है।

विदेशमंत्री जेम्स क्लेवरली जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले बुधवार को भारत पहुंचेंगे। क्लेवरली भारत की अध्यक्षता में हो रही जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में गुरुवार को हिस्सा लेंगे। वो रक्षा, सुरक्षा और व्यापारिक संबंध बढ़ाने के लिए ब्रिटेन-भारत 2030 रोडमैप पर अब तक की प्रगति पर अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर के साथ वार्ता करेंगे।

ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय के अनुसार, क्लेवरली भारत-यूरोप व्यापार कार्यक्रम के दौरान भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की ब्रिटेन की प्रतिबद्धता को दोहराएंगे।

क्लेवरली ने भारत की यात्रा से पहले कहा है कि भारत और ब्रिटेन बेहद महत्वपूर्ण भागीदार है और अब हमारे बढ़ते संबंध ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को विकसित करने में सहायक होंगे। यह संबंध भविष्य के लिए हमारे उद्योगों को बढ़ावा देने में भी मदद करेंगे।

उन्होंने कहा कि भारत प्रौद्योगिकी में उभरती वैश्विक ताकत है और इस क्षेत्र में हमारे बीच बेहतर सहयोग के अपार अवसर हैं। इसलिए हम दोनों देशों की तकनीकी विशेषज्ञता को बढ़ाने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने प्रौद्योगिकी मामलों से जुड़े पहले दूत की तैनाती करेंगे।