तूफान प्रभावित म्यांमार, वियतनाम और लाओस देशों के लिए भारत का 'ऑपरेशन सद्भाव' शुरू

तूफान प्रभावित म्यांमार, वियतनाम और लाओस देशों के लिए भारत का 'ऑपरेशन सद्भाव' शुरू

- नौसेना का जहाज सतपुड़ा राहत सामग्री लेकर म्यांमार के लिए रवाना - सामग्री पहुंचाने के लिए वायु सेना के सी-17 विमानों ने उड़ान भरी

नई दिल्ली, 15 सितम्बर । दक्षिण चीन सागर से उत्पन्न होने वाले तूफान यागी से प्रभावित म्यांमार, वियतनाम और लाओस देशों के लिए भारत ने ऑपरेशन सद्भाव शुरू किया है। भारतीय नौसेना का जहाज सतपुड़ा रविवार को म्यांमार में आई विनाशकारी बाढ़ के जवाब में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू करने के लिए रवाना हो गया है। विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए वायु सेना के सी-17 विमानों ने भी आज उड़ान भरी है।

तूफान यागी से प्रभावित देशों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए भारत ने फैसला लिया है। भारतीय नौसेना मुख्यालय ने म्यांमार के बाढ़ प्रभावित नागरिकों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए राहत सामग्री के साथ पूर्वी बेड़े के जहाज आईएनएस सतपुड़ा को तैनात किया है। भारतीय नौसेना समुद्री पड़ोसियों को मुसीबत के समय सबसे पहले राहत एवं बचाव कार्य पहुंचाने के लिए जानी जाती है। इसी के मद्देनजर सूखा राशन, कपड़े और दवाइयों सहित 10 टन सहायता रविवार को भारतीय नौसेना के आईएनएस सतपुड़ा पर रवाना की गई है।

पूर्वी नौसेना कमान ने पूर्वी बेड़े और अन्य सहायक इकाइयों बेस विक्टुअलिंग यार्ड, सामग्री संगठन और आईएनएचएस कल्याणी के साथ समन्वय में राहत सामग्री, पीने के पानी, खाद्य राशन और दवाओं आदि सहित राहत पैकटों की रातभर लोडिंग की। इसके बाद इसे यांगून में एचएडीआर संचालन के लिए विशाखापट्टनम से भारतीय नौसेना के युद्धपोत पर भेजा गया। यह कार्रवाई तीव्र गति से जुटाई गई अल्प सूचना के बावजूद हुई है, जो इस क्षेत्र में मानवीय संकटों का तेजी से जवाब देने की नौसेना की क्षमता को दर्शाती है।

भारत ने तूफ़ान यागी के कारण आई भीषण बाढ़ के बाद कंबोडिया (वियनतियाने, लाओस) और वियतनाम (हनोई) में ऑपरेशन के लिए भारतीय वायु सेना के सी-17 विमानों को तैनात किया गया है। भारतीय वायु सेना वियतनाम के विमान 35 टन सहायता सामग्री ले जा रहे हैं, जिसमें जल शोधन सामग्री, पानी के कंटेनर, कंबल, रसोई के बर्तन, सौर लालटेन शामिल हैं। इसके अलावा लाओस के लिए 10 टन सहायता भेजी जा रही है, जिसमें जेनसेट, जल शुद्धिकरण सामग्री, स्वच्छता सामग्री, मच्छरदानी, कंबल और स्लीपिंग बैग शामिल हैं।