काठमांडू, 05 जुलाई । विपक्षी सीपीएन (यूएमएल) ने नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड के विवादास्पद बयान पर उनके इस्तीफे की मांग की है। बुधवार को नेपाल की नेशनल असेंबली में यूएमएल संसदीय दल के नेता देवेंद्र दाहाल ने प्रचंड पर भारत के इशारे पर प्रधानमंत्री बनने का आरोप लगाते हुए उनसे तुरंत इस्तीफा देने को कहा।
यूएमएल संसदीय दल की आज सुबह हुई बैठक में कहा गया कि प्रचंड ने प्रधानमंत्री पद पर बने रहने का आधार खो दिया है। संसदीय दल के नेता देवेंद्र दाहाल ने कहा, हम ऐसे प्रधानमंत्री को स्वीकार नहीं करते, जो भारत के इशारे पर भारत के नेतृत्व में और भारत के साथ समन्वय में हो। हम तब तक बैठक जारी नहीं रहने देंगे, जब तक प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते।
प्रचंड ने सोमवार को लेखक किरणदीप सिंधु की पुस्तक रोड्स टू द वैली द लिगेसी ऑफ सरदार प्रीतम सिंह इन नेपाल के विमोचन के अवसर पर खुद को प्रधानमंत्री बनाने में प्रीतम सिंह की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने कहा, वह (प्रीतम सिंह) मुझे प्रधानमंत्री बनाने के लिए कभी दिल्ली जाते हैं तो कभी नेपाल की प्रमुख पार्टियों के नेताओं से चर्चा करते हैं।
प्रधानमंत्री प्रचंड ने आज सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने इस बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी इस मुद्दे पर हंगामा खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रीतम सिंह सिख समुदाय से हैं, जो सबसे पहले ट्रक लेकर नेपाल आए थे। उनके बारे में एक किताब प्रकाशित हुई है।