लाहौर, 22 फरवरी । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने मौलिक अधिकारों के उल्लंघन, संविधान के दुरूपयोग और आर्थिक संकट का आरोप लगाते हुए बुधवार को लाहौर से गिरफ्तारियां देने का आंदोलन शुरू किया है।
पार्टी ने पाकिस्तान के पूर्व मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी, असद उमर, सीनेटर आजम स्वाति, पंजाब के पूर्व गवर्नर उमर सरफराज चीमा समेत वरिष्ठ नेताओं के पुलिस की गाड़ियों में बैठे रहने का फुटेज साझा किया। इन नेताओं ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से उन्हें गिरफ्तार करने को कहा। पार्टी के उपाध्यक्ष कुरैशी ने कहा कि बुधवार को पीटीआई के दो सौ कार्यकर्ता एवं मुझे समेत लाहौर के पार्टी नेतृत्व ने गिरफ्तारियां देने के लिए खुद को पेश किया।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक यह आयातित सरकार देश में अराजकता पर पूर्ण विराम नहीं लगा देती और उसे जनता की अदालत में पिछले दस महीने के लिए जवाबदेह नहीं ठहरा दिया जाता।
जेल रोड पर बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ता एवं नेता जुटे थे। उनमें से कुछ कार्यकर्ताओं ने खुद को कड़ी में बांध रखा था और कुछ ने अपने द्वारा बनाई गई कृत्रिम जेल में बंद कर रखा था। सरकार ने लाहौर में माल रोड समेत विभिन्न सडक़ों पर धारा 144 लगा दी थी जिसके तहत पांच लोगों से अधिक के एकजुट पर पाबंदी थी। कुरैशी ने कहा, हमने जेल जाने के लिए धारा 144 का उल्लंघन किया।
पंजाब सरकार और संघ सरकार के मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पुलिस धारा 144 का उल्लंघन करने को लेकर किसी भी पीटीआई कार्यकर्ता को गिरफ्तार नहीं करेगी। सनाउल्लाह ने कहा, केवल उन्हीं पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार किया जाएगा जो भ्रष्टाचार या किन्हीं अन्य आपराधिक मामलों में वांछित हैं।