तिरुवनंतपुरम के भगवती मंदिर में 'आट्टुकाल पोंगल' अनुष्ठान शुरू

तिरुवनंतपुरम के भगवती मंदिर में 'आट्टुकाल पोंगल' अनुष्ठान शुरू

तिरुवनंतपुरम, 07 मार्च । केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के आट्टुकाल भगवती मंदिर में आज (मंगलवार) सुबह 10ः30 बजे अडुप्पु वेत्तु के प्रदर्शन के साथ आट्टुकाल पोंगल अनुष्ठान शुरू हो गया। इस पुनीत अवसर पर गायकों के एक समूह ने सबसे पहले थोट्टम पट्टू... गीत पर नृत्य किया। फिर तंत्री थेक्केडथ परमेश्वरन वासुदेवन भट्टथिरिपाद ने गर्भगृह में प्रमुख पुजारी पी केसवन नंबूदरी को दीप सौंपा।

उन्होंने इससे थिडापल्ली को अग्नि से प्रज्ज्वलित किया। इसके बाद सह पुजारी ने पोंगल अनुष्ठान की शुरुआत को चिह्नित करते हुए पंडारा अडुप्पु प्रज्ज्वलित किया। पोंगल निवेद्यम अपराह्न 2ः30 बजे होगा। मंदिर ट्रस्ट ने कहा है निवेद्यम देने के लिए 300 पुजारियों की व्यवस्था की गई है।

आट्टुकाल पोंगल त्योहार की गणना विश्व में महिलाओं की सबसे बड़ी धार्मिक सभा के रूप में होती है। तिरुवनंतपुरम में जगह-जगह सड़कों पर बनाए गए ईंट के चूल्हों पर कसे हुए नारियल, चावल और गुड़ के मिश्रण से निर्मित पोंगल को मिट्टी या धातु के बर्तनों में पकाने के लिए चढ़ा दिया गया है।

महिलाओं के सबरीमाला के नाम से विख्यात इस मंदिर के वार्षिक उत्सव में पोंगल बनाना पवित्र रस्म मानी जाती है। इसमें केवल महिलाएं ही हिस्सा लेती हैं। पुलिस और दमकल विभाग ने व्यापक सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। इस दौरान तिरुवनंतपुरम शहर में भारी और मालवाहक वाहनों के गुजरने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

साल 2009 में इस उत्सव में 25 लाख महिलाओं ने हिस्सा लिया था। तब इस आयोजन को दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक सभा होने का गौरव हासिल हुआ। इस कारण उस वर्ष आट्टुकाल पोंगल को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया।