भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी : भारत अपनी आर्थिक नीतियों के कारण आत्मनिर्भर हुआ : धर्मेंद्र प्रधान

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी : भारत अपनी आर्थिक नीतियों के कारण आत्मनिर्भर हुआ : धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली, 17 जनवरी । केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2014 में 10वें स्थान से अब पांचवें स्थान पर पहुंच गई है और देश अपनी आर्थिक नीतियों के कारण मजबूत और आत्मनिर्भर हुआ है।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दूसरे दिन धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कल उद्घाटन के उपरांत राजनीतिक प्रस्ताव पारित हुआ था, आज पहले सत्र में सामाजिक और आर्थिक संकल्प पत्र पारित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि 2014 में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार सबका साथ, सबका प्रयास की भावना से काम करेगी और यह बहुत ही अच्छी तरह से साबित भी हुआ है। हमारी सरकार केवल नारेबाजी करने में नहीं बल्कि कार्रवाई करने और परिणाम लाने में विश्वास रखती है। हम जोश के साथ काम करते हैं, सभी के कल्याण के लिए सामूहिक कार्य हमारा लक्ष्य और अंतर्निहित दर्शन है।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रधान ने कहा कि पहले विपक्ष राम मंदिर बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे कहकर आलोचना करता था। आज कार्यकारिणी बैठक में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में तिथि भी घोषित कर दी गई है। जल्द ही देश को भव्य राम मंदिर समर्पित हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक समावेशी सर्वस्पर्शी समाज बनाने हेतु काम हो रहा है। विश्व की कठिन परिस्थितियों में भी प्रधानमंत्री मोदी की विचार स्पष्टता और कुशल नीतियों के सफल क्रियान्वयन के कारण समाज का सशक्तिकरण हो रहा है। मोदी सरकार किसानों के लिए बहुत चिंतित रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिले, और उनका कल्याण हो, विभिन्न नीतियों और सुधारों को सामने लाया गया है।

उन्होंने कहा कि किसान द्वारा उत्पादित चीजों के सटीक मूल्य हेतु सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से आज देश के नौजवान जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। 100 से अधिक यूनिकॉर्न बने हैं। देश के नौजवान उद्यमी बन रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 22.6 लाख करोड़ रुपये सीधे गरीबों के खाते में गए। प्रधान ने कहा, हमारी आर्थिक नीति के कारण भारत मजबूत हुआ है और आत्मनिर्भर हुआ है। आज भारत के युवा रोजगार देने वाले बन रहे हैं। उद्योग जगत को पहली बार गति शक्ति फ्रेमवर्क में जोड़ने का प्रयास किया गया।

प्रधान ने कहा कि वोकल फॉर लोकल, वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट अब सरकार के मूल सिद्धांत और नीतियां बन गए हैं। भारत माला, सागर माला, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, उड़ान योजना, भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क, इन सभी ने 21वीं सदी के भारत की आधारभूत संरचना क्षमताओं में विकास और वृद्धि को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि नए भारत में हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में भी बैठ सकता है! अंतर्देशीय जलमार्गों का विकास तेजी से किया जा रहा है। भारत में क्रूज पर्यटन अब केवल किताबों में नहीं है! यह अब एक सरासर हकीकत बन गया है।

उन्होंने कहा कि अपनी बढ़ती डिजिटल क्षमताओं के चलते भारत मैन्युफैक्चरिंग में भी वर्ल्ड लीडर बनने की ओर बढ़ रहा है। विशेष रूप से, कोविन जैसा ऐप भारत की तरह दुनिया में कहीं भी मौजूद नहीं है। इस ऐप की मदद से, आप बस टीका लेने हैं और सेकंड के भीतर, आपको अपने गजट में डिजिटल सर्टिफिकेट मिल जाता है। डिजिटल दुनिया में यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।

प्रधान ने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में आदिवासी बच्चों के शैक्षिक पाठ्यक्रम हेतु एकलव्य विद्यालय चलाए जा रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सशक्त करने हेतु आरक्षण की व्यवस्था की गई है। हमें गुलामी की मानसिकता से बाहर आना है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा कर्तव्यपथ की शोभा बढ़ा रही है।

उन्होंने कहा कि अगर दुनिया एक पल में 100 रुपये का डिजिटल लेनदेन करती है, तो विशेष रूप से इनमें से 40 रुपये का लेनदेन अकेले भारत में होता है।दिसंबर 2022 में, डिजिटल लेन-देन एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया, और यह सब न केवल लेन-देन का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि मोदी जी के नेतृत्व में भारतीयों की तकनीक और अनुकूलन क्षमता की सीमा को भी दर्शाता है। प्रधान ने कहा कि विडंबना यह है कि जिन लोगों ने 7 साल पहले हमारे डिजिटल इंडिया मिशन का मजाक उड़ाया था, वे अब इस डिजिटल क्रांति का फल खुशी-खुशी काट रहे हैं।

इससे पहले बैठक में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सामाजिक आर्थिक प्रस्ताव पेश किया। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और हरियाणा से पार्टी सांसद सुनीता दुग्गल ने इसका समर्थन किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपलब्धियों और जी-20 अध्यक्षता के लिए उनकी सराहना की।