बारामुल्ला, 13 फरवरी । बारामूला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आमोद नागपुरी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान में बैठे आका सुनियोजित साजिश के तहत तस्करों का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में मादक पदार्थों को पहुंचाने के लिए कर रहे हैं ताकि युवाओं में नशे की लत को फैलाया जा सके।
बारामुला में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने वर्जित सामग्री और नकदी के साथ चार ऐसे ड्रग आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि बारामूला में उरी के कमलकोट इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में एक विशेष सूचना पर सुल्तान डाकी इलाके में एक नाका स्थापित किया गया। तलाशी के दौरान एक वाहन को रुकने का इशारा किया गया लेकिन उसने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस के जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे रोका लिया।
उन्होंने कहा कि बाद में 1.17 किलो ब्राउन शुगर और 25.39 लाख रुपये की नकदी के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिनकी पहचान नज़र दीन भट्टी के पुत्र नसीर अहमद भट्टी, मोहम्मद पज़ीर पुत्र अब्दुल मजीद खांडे, रियाज़ अहमद खांडे और फ़ैयाज़ अहमद खांडे पुत्र मोहम्मद शरीफ खांडे के रूप में हुई है। सभी उरी के निवासी हैं।
एसएसपी ने चार तस्करों की गिरफ्तारी को बड़ी पकड़ करार दिया। कहा कि उन्हें और सुराग मिले हैं और जल्द ही इस तरह के और मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका नेटवर्क बहुत मजबूत है और वे जम्मू-कश्मीर में मादक पदार्थों के प्रवेश को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सब लोगों के समर्थन और सहयोग के कारण संभव है और ऐसे मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने हॉटस्पॉट की पहचान की है और भविष्य में इस तरह के अभियान के लिए तकनीकी के साथ-साथ मानवीय बुद्धिमत्ता का भी उपयोग करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि हवालात में रहने के बाद नशा तस्कर क्यों आजाद नजर आते हैं, उन्होंने कहा कि वे जमानत पर छूट जाते हैं और पुलिस यह तरीका अपना रही है कि जिसे भी जमानत मिलेगी उस पर पीएसए के तहत मामला दर्ज किया जाएगा ताकि वह प्रिवेंटिव कस्टडी में रहे।