प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वैज्ञानिक प्रयोगों को बढ़ावा दे रही केन्द्र सरकार: जितेंद्र सिंह

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वैज्ञानिक प्रयोगों को बढ़ावा दे रही केन्द्र सरकार: जितेंद्र सिंह

भोपाल, 21 जनवरी । केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और भू- विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने कहा कि झीलों की नगरी में विज्ञान महोत्सव हो रहा है। ड्रोन को लेकर नियम बनाया गया था कि ड्रोन का ट्रायल करना है तो आईआईटी में करना होगा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने के बाद 16 ऐसे नियम खत्म किए गए। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ना केवल वैज्ञानिक कार्यक्रमों और योजनाओं को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि निरंतर नए-नए प्रयोगों को बढ़ावा भी दे रही है।

केन्द्रीय मंत्री सिंह शनिवार को भोपाल में शुरू हुए 8वें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में मुख्यमंत्री चौहान और केन्द्रीय राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा समेत अन्य अतिथि मौजूद रहे। यह महोत्सव 24 जनवरी तक चलेगा।

केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारे देश में प्रतिभा की कभी कमी नहीं रही है। लोगों में क्षमता और जज्बा भी कम नहीं था। लेकिन शायद तब उस प्रकार अनुकूलता का वातावरण नहीं था। अब वातावरण बदला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षा के सिस्टम में बदलाव किया, अब शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर विकल्प है। स्टार्टअप को लेकर बदलाव किए, मध्य प्रदेश में स्टार्ट अप का सबसे बड़ा क्षेत्र कृषि है। महिला वैज्ञानिकों की ओर से बहुत बदलाव हो रहे हैं। महिलाएं नए-नए इनोवेशन कर रही हैं।

महोत्सव में मुख्यमंत्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि ज्ञान के लिए जिज्ञासा आवश्यक है। विज्ञान में जिज्ञासा आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मैनिट मध्य प्रदेश का गौरव है। मैनिट भारत की शान है। भारत की सोच वैज्ञानिक है। इनोवेशन, नवाचार और वैज्ञानिक सोच भारत की जड़ों, माटी तथा संस्कृति में है। हजारों साल पहले से भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आगे है। जिज्ञासा के साथ जिद होनी चाहिये। यदि जिद नहीं होगी, तो आप केवल विचार करते रह जायेंगे। परिणाम के लिए जिज्ञासा के साथ जिद भी जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप नीति में हमने तय किया है कि एक करोड़ रुपये तक की हम सहायता देंगे। इंदौर में हम स्टार्टअप पार्क बना रहे हैं। जरूरत पड़ी तो भोपाल और ग्वालियर व जबलपुर में भी बनायेंगे। वेंचर कैपिटल फण्ड से भी हम पैसा लगाएंगे।

उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत आगे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने चमत्कार किया। अगर वैक्सीन नहीं होती, तो आज आप सभी के मुंह पर मास्क होते। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वैज्ञानिकों ने चमत्कार कर कोरोना की दो-दो स्वदेशी वैक्सीन बनाईं। 200 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन लगी और 100 से अधिक देशों को भारत ने वैक्सीन दी।

उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि तुम केवल साधारण साढ़े तीन हाथ के हाड़-मांस के पुतले नहीं हो, तुम ईश्वर के अंश हो, अनंत शक्तियों के भण्डार हो। बच्चों, यदि इस विचार के साथ आगे बढ़ोगे, तो तुम दुनिया का हर बड़ा काम कर सकोगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रोग्राम हॉल के एसी बंद करा दिए। उन्होंने ने कहा कि सर्दी के दिन हैं। कोट-पैंट पहनकर सब आए हैं, उसमें ये एसी चलाने की क्या जरूरत है। प्रधानमंत्री ऊर्जा बचाने के पक्षधर हैं। जब जरूरत हो तभी बिजली खर्च करो।