कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज से दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान शुरू किया। राहुल गांधी ने अपनी पहली चुनावी रैली सीलमपुर विधानसभा में की। इसके लिए पार्टी ने खास तैयारियां की गई। इसे जय बापू, जय भीम, जय संविधान नाम दिया गया। यह दिल्ली में राहुल गांधी की पहली रैली है। राहुल गांधी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी का काम एक-दूसरे से लड़ना है। उन्होंने कहा कि भारत में विचारधाराओं की लड़ाई जारी है।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी समान हैं, सभी धर्म, सभी जाती के लोग एक बराबर हैं। मुहब्बत हिंसा को हरा देगी। हम हर भारतीय के लिए लड़ेंगे। राहुल ने कहा कि मेरे लिए भारत का मतलब है लोगों के बीच नफरत न हो और गरीबों के बड़े सपने हों। प्रधानमंत्री मोदी और अरविंद केजरीवाल ने महंगाई कम करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा करने में विफल रहे; भारत में गरीब और गरीब होते जा रहे हैं, अमीर और अमीर होते जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान सबका है, सिर्फ अरबपतियों का नहीं है। संविधान को बचाना जरूरी है। इसकी रक्षा हमने की है। नरेंद्र मोदी 400 पार की बात कर रहे थे। चुनाव के बाद मोदी को भी संविधान को सिर माथे पर लगाना पड़ा। संदेश साफ है कि संविधान पर आक्रमण नहीं चलेगा। शीला दीक्षित ने जो काम किया था वो सबके सामने है। ऐसा काम सिर्फ कांग्रेस कर सकती है। इसलिए आप मंहगाई और भ्रष्टाचार को देखते हुए दिल्ली में कांग्रेस को जीताइए और कांग्रेस की सरकार बनवाइए।
राहुल गांधी ने कहा आज संविधान पर हमला हो रहा है। कांग्रेस और मेरी सोच साफ है कि इस देश के सभी लोग एक बराबर हैं। इस देश में चाहे किसी पर भी हमला हो राहुल गांधी वहां उसकी रक्षा के लिए खड़ा रहेगा। हम ऐसा हिंदूस्तान नहीं चाहते जहां अडानी-अंबानी जैसे लोग सब चीज पर कब्जा कर लें और गरीब जनता भूखोंं मर जाए। हम ऐसा हिंदुस्तान नहीं होने देंगे। इस देश में गरीब लोगों की भागीदारी नहीं है। मंहगाई के बारे में नरेंद्र मोदी जी और केजरीवाल जी ने क्या कहा था। क्या मंहगाई कम हुई। अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीबी और गरीब होते जा रहें हैं। 100-150 अरबपति देश चला रहे हैं। अडानी-अंबानी नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग करते हैं। क्या केजरीवाल ने अडानी के खिलाफ कभी एक शब्द बोला। नहीं बोला। इस देश में 50 फीसदी पिछड़े लोग हैं। 15 प्रतिशत दलित, अनुसूचित जाति के हैं। लेकिन सरकार से सिस्टम में उनकी भागीदारी नहीं हैं। सरकार में 90 अधिकारी सारे बड़े निर्णय लेते हैं, बजट बनाते हैं। इनमें से केवल 3 पिछड़े वर्ग से हैं। दलितों की आबादी 15 प्रतिशत है। और इन 90 अधिकारियों में इनके 3 लोग हैं। अडानी-अंबानी जैसी कंपनियों में उच्च पद पर कोई पिछड़ा, दलित आदिवासी या अल्पसंख्यक नहीं मिलेगा। जब मैं जाति जनगणना की बात करता हूं को मोदी और केजरीवाल के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। दोनों चाहते है कि देश में पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को भागीदारी नहीं मिले।
राहुल गांधी ने कहा कि जिस दिन कांग्रेस सत्ता में आएगी हम आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ा देंगे। हम सबकी बराबरी और भागीदारी चाहते हैं। हम ऐसा दिन देखना चाहते हैं जब 500 बड़ी कंपनियों में मालिक और उच्च पद पर पिछडे़, दलित और अल्पसंख्यक हों। जब सबको भागीदारी देने की बात होगी तो केवल कांग्रेस देगी। चाहे मनरेगा हो, चाहे भूमि अधिग्रहण बिल हो, स्कॉलरशीप हो ये कांग्रेस ने किया। जाति जनगणना एक क्रांतिकारी कदम होगा। हम दिल्ली में सरकार में आए तो यहां जाति जनगणना कराएंगे और फिर केंद्र में सत्ता में आए तो पूरे देश में जातिय जनगणना कराएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि जिस दिन कांग्रेस सत्ता में आएगी हम आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ा देंगे। हम सबकी बराबरी और भागीदारी चाहते हैं। हम ऐसा दिन देखना चाहते हैं जब 500 बड़ी कंपनियों में मालिक और उच्च पद पर पिछडे़, दलित और अल्पसंख्यक हों। जब सबको भागीदारी देने की बात होगी तो केवल कांग्रेस देगी। चाहे मनरेगा हो, चाहे भूमि अधिग्रहण बिल हो, स्कॉलरशीप हो ये कांग्रेस ने किया। जाति जनगणना एक क्रांतिकारी कदम होगा। हम दिल्ली में सरकार में आए तो यहां जाति जनगणना कराएंगे और फिर केंद्र में सत्ता में आए तो पूरे देश में जातिय जनगणना कराएंगे।
पार्टी के दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने राहुल गांधी के चुनावी रैली की जानकारी दी। उन्होंने बताया राहुल गांधी देश की जनता की आवाज बनकर उभरे हैं। जहां भी कोई मुद्दा होता है, राहुल गांधी वहां पहुंचते हैं और लोगों की आवाज उठाते हैं।
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा। मतगणना आठ फरवरी को होगी।