श्रीनगर। गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) ने विधानसभा चुनाव के लिए 13 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है। इससे गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस में जाने की अटकलों पर भी फिलहाल पूर्ण विराम लग गया है।
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी की ओर से जारी पहली सूची में आजाद के करीबी गुलाम मोहम्मद सरूरी का नाम नहीं है। वह इंद्रवल से विधायक रहे हैं और राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
डीपीएपी के महासचिव आरएस चिब की ओर से जारी पहली सूची में 13 उम्मीदवारों के नाम हैं। इनमें पूर्व मंत्री अब्दुल मजीद वानी-डोडा पूर्व, पूर्व विधायक मोहम्मद आमिन भट-देवसर, पूर्व महाधिवक्ता मोहम्मद असलम गनी-भद्रवाह, डीडीसी सदस्य एडवोकेट सलीम पर्रे-डोरू, मुनीर अहमद मीर-लोलाब, डीडीसी सदस्य बिलाल अहमद देवा-अनंतनाग पूर्व से प्रत्याशी होंगे। इसके साथ ही गुलाम नबी वानी-राजपोरा, मीर अल्ताफ हुसैन-अनंतनाग, कैसर सुल्तान गनेई-गांदरबल, गुलाम नबी भट-ईदगाह, आमिर अहमद भट-खान्यार, निसार अहमद लोन-गुरेज, पीर बिलाल अहमद-हजरतबल से चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि कुछ दिन पहले यह बात सामने आई थी कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस में दोबारा शामिल हो सकते हैं और उनकी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बात चल रही है। लेकिन उसी दौरान पार्टी की ओर से यह कहा गया था कि ऐसी कोई बात नहीं है। कांग्रेस की ओर से डीपीएपी को तोड़ने की यह साजिश है।