नई दिल्ली, 25 फरवरी । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत और जर्मनी नई और उभरती वैश्विक चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
जर्मन चांसलर के रूप में भारत की पहली यात्रा पर चांसलर शोल्ज़ का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच लंबे समय से संबंध हैं, जो हमारे सामान्य मूल्यों और साझा लक्ष्यों पर आधारित हैं। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में व्यापक क्षेत्र शामिल हैं, जो उस आपसी विश्वास को दर्शाता है जो दशकों से पोषित है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जर्मनी यूरोप में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है और भारत में शीर्ष निवेशकों में भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जर्मनी भारत का दूसरा सबसे बड़ा विकास सहयोग भागीदार भी है और उसने भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल के वर्षों में, जर्मनी उच्च शिक्षा, विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आगे बढ़ने के इच्छुक भारतीय छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि भारत पर काम कर रहे जर्मन इंडोलॉजिस्ट की एक लंबी परंपरा के साथ भारत और जर्मनी के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंध भी हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों, नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, बहुपक्षवाद, साथ ही बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार को बनाए रखने में भारत और जर्मनी का साझा उद्देश्य है। दो जीवंत, बहुलवादी लोकतंत्रों के रूप में, भारत और जर्मनी नई और उभरती वैश्विक चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।