गंगटोक, 09 अक्टूबर । भारत सरकार की एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) तीस्ता नदी में बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सिक्किम पहुंच चुकी है। सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक ने सोमवार को टाशीलिंग सचिवालय के सम्मेलन कक्ष में आईएमसीटी अधिकारियों के साथ एक बैठक की। केंद्रीय टीम सिक्किम में भूमिगत स्थिति का आकलन करने के बाद प्रभावितों के पुनर्वास के लिए लघु और दीर्घकालिक सिफारिशें करेगी।
आईएमसीटी टीम में केन्द्रीय गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, व्यय विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय, बिजली मंत्रालय, कृषि विभाग, सहकारिता और किसान कल्याण मंत्रालय, सड़क और पुल मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं। मुख्य सचिव पाठक ने आईएमसीटी अधिकारियों को सिक्किम में बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी दी और कहा कि पुल, सड़क, बिजली, जल आपूर्ति और जल निकासी को तुरंत बहाल करना जरूरी है। उन्होंने टीम से भारत सरकार को सिफारिशें करते समय सहानुभूतिपूर्ण रुख अपनाने को कहा। इसी तरह, उन्होंने पूरी तरह से नष्ट हो चुके महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बहाल करने के लिए मानदंडों में विशेष छूट देने के लिए भी कहा।
इससे पहले सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक प्रभाकर राई ने आपदा से हुए नुकसान के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि आज आईएमसीटी और सिक्किम सरकार के अधिकारी बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर नुकसान का आकलन करेंगे। टीम का आज आईबीएम, एटीटीसी-बारदांग, गोलिटार, सिंगताम और डिक्चू का दौरा करने का कार्यक्रम है। कल 10 अक्टूबर को यह टीम मंगन, नागा और चुंगथांग का भी दौरा करेगी।