त्रिपुरा में खिला कमल, नई पार्टी टिपरा मोथा बनी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी

त्रिपुरा में खिला कमल, नई पार्टी टिपरा मोथा बनी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी

- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री चुनाव हारे, नौ मार्च को शपथ ग्रहण

कोलकाता/अगरतला, 02 मार्च । त्रिपुरा के बहुचर्चित विधानसभा चुनाव के परिणाम गुरुवार शाम स्पष्ट हो गए हैं। 60 सीटों वाले सूबे में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इंडीजीनस पीपल फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने 33 सीटों पर जीत हासिल की है। इनमें से 32 सीटों पर अकेले भाजपा जीती है जबकि एक सीट पर आईटीपीएफ की जीत हुई है। बाकी 13 सीटों पर नवगठित पार्टी टिपरा मोथा (टीपीएफ) ने जीत हासिल की है। वहीं राज्य की पूर्ववर्ती सत्तारूढ़ पार्टी माकपा को केवल 11 सीटें मिली हैं और कांग्रेस तीन सीट पर ही सिमट गई।

वैसे तो एक बार फिर त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सत्ता में वापसी कर रहा है लेकिन उन्हें 11 सीटों का नुकसान हुआ है। भाजपा की सहयोगी पार्टी आईपीएफटी की सात सीटें कम हो गई हैं जबकि भाजपा को अपनी चार सीटें गंवानी पड़ीं। इनमें से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य और उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा भी हार गए हैं। इन दोनों मुख्य उम्मीदवारों की पराजय ने पार्टी की जीत में थोड़ी मायूसी भी भर दी है। वनमालापुर विधानसभा सीट से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य की हार हुई है। यहां माकपा कांग्रेस गठबंधन उम्मीदवार गोपाल चंद्र रॉय ने 1369 वोटों के अंतर से राजीव को हराया है। इसी तरह से चड़ीलाम विधानसभा केंद्र से टिपरा मोथा के उम्मीदवार सुबोध देव वर्मा ने 858 वोटों के अंतर से उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा को हरा दिया है।

बहरहाल जीत का श्रेय मुख्यमंत्री मानिक साहा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के करिश्माई नेतृत्व और उनके प्रचार प्रसार का राज्य में भाजपा को लाभ मिला है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के रणनीतिकार तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी आभार जताया। माणिक ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी राज्य में दोबारा सरकार बनाने जा रही है। टाउन बड़डोवली विधानसभा सीट से 1257 वोटों के अंतर से जीत दर्ज करने के बाद माणिक साहा ने त्रिपुरा की जनता का आभार जताते हुए कहा कि दूसरी बार और तन्मयता के साथ लोगों की सेवा करेंगे।

नौ मार्च को शपथ ग्रहणः प्रदेश भाजपा सूत्रों ने बताया है कि भाजपा गठबंधन आगामी नौ मार्च को दूसरी बार सरकार बनाने की शपथ ले सकता है। अगरतला के विवेकानंद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया जाएगा। खास तौर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका त्रिपुरा में भाजपा की जीत ने बड़ी रही है। नाथ संप्रदाय के वे फिलहाल गुरु हैं जिनके करीब सात करोड़ अनुयाई पूर्वोत्तर भारत में रहते हैं।

हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है लेकिन हिन्दुस्थान समाचार से जुड़े सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि राजभवन से अनौपचारिक संवाद हुआ है और नौ मार्च को ही शपथ ग्रहण पर सहमति बनी है।

सरकार में शामिल नहीं होगी टिपरा मोथाः इस बार 13 सीटों पर जीत हासिल कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी टिपरा मोथा सरकार में शामिल नहीं होंगी। पार्टी सुप्रीमो प्रद्योत देव वर्मा ने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में कहा कि वह विपक्ष में बैठकर लोगों की आवाज बनेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें खुला ऑफर देकर कहा था कि वह सरकार में शामिल हो जाएं। उनकी सभी मांगे मानी जाएगी केवल पृथक ग्रेटर टिपरालैंड की मांग छोड़कर। इस संबंध में हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में प्रद्योत ने कहा, ग्रेटर पृथक टिपरालैंड हमारी पार्टी की मुख्य मांग है। लोगों ने इसी आधार पर हमें वोट दिया है। अब तक हम लोग सदन के बाहर इस मांग को आवाज देते थे अब जबकि लोगों ने वोट दिया है तो इसका एक ही मतलब है कि इसे संवैधानिक तौर पर सदन में उठाया जाए। और यह काम हम विपक्ष में बैठकर बखूबी करेंगे।

उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि लोगों की आवाज और उनकी मांगों के लिए पार्टी के जीते हुए विधायक काम करेंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रद्योत देव वर्मा 2018 में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे लेकिन बाद में एनआरसी के मुद्दे पर उनका पार्टी से विवाद हुआ और मोहभंग होने के बाद उन्होंने टिपरा मोथा के नाम से अलग दल बनाया था। महज दो सालों के अंदर इस पार्टी ने विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य के मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है।