भोपाल, 18 जनवरी । मध्य प्रदेश में इन दिनों हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है, जिससे अगले तीन दिनों में कुछ राहत मिल सकती है। वहीं, 22 और 23 जनवरी को ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्की बारिश होने के आसार हैं। प्रदेश के बाकी हिस्सों में बादल छा सकते हैं। ऐसे में जनवरी के आखिर में कड़ाके की ठंड का तीसरा दौर आ सकता है।
पूरा मध्य प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड की जकड़न में है। ग्वालियर-चंबल अंचल शीतलहर से कांप रहा है। भोपाल में इस सीजन जनवरी की रातें 23 साल में सबसे सर्द रहीं। इंदौर में मंगलवार का दिन भी कोल्ड डे के करीब रहा। प्रदेश के उमरिया, चंबल, रतलाम, राजगढ़, रीवा, सतना, सागर, छतरपुर, टीकगमढ़, निवाड़ी, ग्वालियर और दतिया जिलों में भी शीतलहर का असर है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को चंबल संभाग के साथ ग्वालियर, उमरिया, रतलाम, राजगढ़, रीवा, सतना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और दतिया में 16 से 18 घंटे/किमी की रफ्तार से सर्द हवाएं चलेंगी। चंबल संभाग के जिलों में और ग्वालियर, छतरपुर, दतिया में पाला गिर सकता है।
तीन दिन बाद मिलेगी सर्दी से राहत
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि 18 जनवरी की शाम से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तरी भारत में एक्टिव होगा। इससे हवाओं का रुख बदलेगा और फिर तापमान में बढ़ोतरी होगी। मध्य प्रदेश में तीन दिन बाद इसका असर दिखाई देगा। यानी, तीन दिन तक कड़ाके की ठंड का दौर जारी रहेगा, इसके बाद ही राहत की उम्मीद है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर सिस्टम बनेगा। इस कारण 22 और 23 जनवरी को ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्की बारिश के आसार बन रहे हैं। बाकी जगहों पर बादल छाए हुए हैं।