पहलगाम में आतंकी घटना की मुस्लिम संगठनों ने की कठोर शब्दों में निंदा

पहलगाम में आतंकी घटना की मुस्लिम संगठनों ने की कठोर शब्दों में निंदा

नई दिल्ली । पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष पर्यटकों के नरसंहार की चौतरफा निंदा की जा रही है। देश के बड़े मुस्लिम संगठनों ने भी इस जघन्य अपराध की निंदा करते हुए इस घटना में शामिल आतंकवादियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है। इसके साथ ही इन संगठनों ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त की है और देश मे शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील भी की है।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक बयान जारी कर कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले की बोर्ड कड़ी निंदा करता है और इस दुःखद घटना में मरने वालों और गंभीर रूप से घायल लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि भारत सरकार जल्द से जल्द इस घटना की जांच कराए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। मौलाना ने दुर्घटना में मरने वालों और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी हार्दिक सहानुभूति आपके साथ है।

इसके साथ ही मौलाना ने इस बात पर गहरी हैरानी जताई कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की मजबूत मौजूदगी और सीमाओं पर सेना की तैनाती और सतर्कता के बावजूद ऐसी घटनाएं क्यों होती हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर ध्यान देगी ताकि स्थानीय लोगों और पर्यटकों की सुरक्षा का उचित प्रबंध किया जा सके।

जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हम इस दुखद घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए दुआ करते हैं। उन्होंने कहा कि बेगुनाहों की हत्या करने वाले इंसान नहीं, बल्कि दरिंदे हैं। इस्लाम में आतंकवाद की कोई गुंजाइश नहीं है। आतंकवाद एक ऐसा नासूर है जो इस्लाम की शांति-प्रिय नीति के विपरीत है और इसके खिलाफ आवाज़ उठाना हर सच्चे मोमिन (ईमानदार मुसलमान) का फर्ज़ है।

जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सअदतुल्लाह हुसैनी ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है, जिसमें विदेशी पर्यटकों सहित कई निर्दोष व्यक्तियों की जान चली गई। उन्होंने कई जिंदगियों की दुखद हानि पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया और तत्काल न्याय का आह्वान किया। उनहोंने कहा कि हम पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके दुखी परिवारों के साथ हैं। ऐसे बर्बर कृत्य का कोई औचित्य नहीं हो सकता। यह पूरी तरह से अमानवीय है और पूर्ण और स्पष्ट निंदा का पात्र है।

ऑल इंडिया सुन्नी जमीअत-उल-उलेमा के अध्यक्ष मौलाना सैयद मोइनुद्दीन अशरफ मोईन मियां और रज़ा अकादमी के अध्यक्ष अल्हाज मोहम्मद सईद नूरी ने पहलगाम में निहत्थे और बेगुनाह सैलानियों पर हुए कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। दोनों नेताओं ने इस घटना को इंसानियत के खिलाफ एक शर्मनाक हरकत बताया और कहा कि ऐसे तत्व न सिर्फ देश की शांति और कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, बल्कि भारत की शांतिपूर्ण छवि को भी धूमिल कर रहे हैं।

दोनों नेताओं ने भारत सरकार और संबंधित राज्य प्रशासन से ज़ोरदार मांग की है कि इस घिनौने कृत्य में शामिल सभी अपराधियों को तुरंत गिरफ़्तार किया जाए और उन्हें कानून के अनुसार सख़्त से सख़्त सज़ा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।

जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष

मौलाना महमूद असद मदनी ने कहा कि 26 निर्दोष पर्यटकों की नृशंस हत्या एक अमानवीय कृत्य है जिसे किसी धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता। जो लोग इसे इस्लाम से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वह इस्लाम की सच्ची शिक्षाओं से अनभिज्ञ हैं। इस्लाम में, किसी निर्दोष व्यक्ति की अकारण हत्या को समस्त मानवता की हत्या बताया गया है।

मौलाना मदनी ने कहा कि जमीअत उलमा-ए-हिंद प्रभावित परिवारों के दुख में बराबर की भागीदार है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती है।

वहीं ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के महासचिव डॉ. मोहम्मद मंज़ूर आलम ने दक्षिण कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए हमले में घायल परिवारों के साथ अपनी सहानुभूति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं है और इस तरह से राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने वालों के साथ किसी भी तरह की छूट का कोई सवाल नहीं है।

मरकजी जामीअत अहले हदीस हिंद के अमीर मौलाना असगर अली इमाम मेहदी सलफी ने मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के पाहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले की निंदा की है। उन्होंने इसे एक अमानवीय हरकत करार देते हुए मरने वालों और घायलों के परिजनों के प्रति अपनी संवेन्दनाएं व्यक्त की हैं। मौलाना ने आगे कहा कि ऐसे गंभीर अपराधों के अपराधियों को माफ नहीं किया जा सकता है। उन्होंने जनता और मीडिया से धैर्यपूर्वक काम करने और शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।