दो देशों की लड़ाई रुकवाने वाले पीएम मोदी देश में पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे : राहुल गांधी

दो देशों की लड़ाई रुकवाने वाले पीएम मोदी देश में पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे : राहुल गांधी

नई दिल्ली, 20 जून । नीट (एनईईटी) पेपर लीक मामले में आज पत्रकार वार्ता में कांग्रेस नेता और रायबरेली से नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य और राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह संस्था शैक्षिणक संस्थानों पर काबिज हो चुकी है। जब तक इनसे संस्थानों को नहीं छीना जाएगा, इस तरह से पेपर लीक होते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पेपर लीक मामले को लोकसभा में उठाया जाएगा।

राहुल ने कहा कि एनईईटी पेपर लीक होने से 24 लाख छात्रों का भविष्य अधर में है फिर भी इस मामले पर भाजपा की केंद्र सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ्तारियों से स्पष्ट है कि परीक्षा में योजनाबद्ध ढंग से भ्रष्ट्राचार हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्य पेपरलीक मामले का एपिक सेंटर बने चुके हैं।

राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी ने यूक्रेन और रूस के बीच की लड़ाई रुकवा दी थी, इजरायल और गाजा के बीच भी लड़ाई मोदी ने रुकवा दी थी। लेकिन किसी ना किसी कारण हिंदुस्तान में पेपर लीक को मोदी नहीं रोक पाए, या रोकना नहीं चाह रहे हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या तो पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे या फिर इसे रोकना नहीं चाहते हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दावा भी किया कि शिक्षण संस्थाओं पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके मातृत्व संगठन से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि जब तक इस स्थिति को बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी। विपक्ष की जिम्मेदारी निभाते हुए हम देश भर के युवाओं की आवाज सड़क से संसद तक मजबूती से उठा कर और सरकार पर दबाव डाल कर ऐसी कठोर नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा में हम मणिपुर से महाराष्ट्र गए थे, इस दौरान हजारों युवाओं ने पेपर लीक का मुद्दा उठाया था। आप सब को मालूम है NEET-UGC NET के पेपर लीक हुए हैं और कैंसिल भी हुए हैं।