शिवराज मंचों से खुद ही अपना विदाई भाषण देने लगे, लेकिन जनता को कोई गम नहीं: कमलनाथ

शिवराज मंचों से खुद ही अपना विदाई भाषण देने लगे, लेकिन जनता को कोई गम नहीं: कमलनाथ

भोपाल, 4 अक्टूबर । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें वो जनता से पूछ रहे हैं कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं। उनके इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी निशाना साधा है।

कमलनाथ ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से तंज कसते हुए कहा मप्र के मुख्यमंत्री की विडंबना तो देखिए कि अब वो मंचों से अपने जाने की बात ख़ुद ही करने लगे हैं। ये भाजपाई राजनीति का अजब दौर है, जब ख़ुद ही वो अपना विदाई समारोह आयोजित कर रहे हैं, ख़ुद ही विदाई भाषण पढ़ रहे हैं लेकिन एक विशेष विरोधाभास ये है कि विदाई की इस बेला में जनता की आँख में आँसू नहीं हैं बल्कि भाजपा सरकार के जाने की और कांग्रेस सरकार के आने की ख़ुशी में जनता के चेहरों पर मुस्कान है। कांग्रेस मुस्कान की गारंटी है।

दरअसल अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी में मंगलवार को एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज जनता से पूछ रहे हैं कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं? यदि लडना चाहिए तो क्या बुधनी से ही लडना चाहिए या नहीं? शिवराज सिंह ने जनता से यह सवाल ऐसे वक्त में पूछा है। जब अटकलें लगाई जा रही है कि वो बुधनी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव नहीं लड़ेंगे। शिवराज के इतना कहते ही लोगों ने मामा- मामा के नारे लगाना शुरू कर दिया। जनता से सवाल पूछते समय सीएम भावुक होते हुए भी नजर आए। हालांकि उनका बयान सामने आने के बाद नई बहस शुरू हो गई है।