दक्षिण कोरिया से आया बौद्ध भिक्षुओं का दल बिहार के रोहतास से रवाना

दक्षिण कोरिया से आया बौद्ध भिक्षुओं का दल बिहार के रोहतास से रवाना

डेहरी आन सोन, 17 फरवरी । उत्तर प्रदेश के सारनाथ से पैदल तीर्थ यात्रा पर निकला दक्षिण कोरिया के 108 बौद्ध भिक्षुओं का दल शुक्रवार को भारी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग के रास्ते रोहतास जिले से रवाना हुआ। बौद्ध भिक्षुओं की सुरक्षा में पुलिस अधिकारी और मेडिकल टीम तैनात रही।

दल ने सासाराम से आज सुबह डेहरी होते हुए सोन नदी पुल के रास्ते औरंगाबाद जिले में प्रवेश किया। पहली बार कोरिया से इतनी बढ़ी संख्या में बौद्ध भिक्षुओं का दल भारत में धार्मिक यात्रा पर आया है। सभी भिक्षु पैदल यात्रा कर 43 दिनों में 1100 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर भारत के रास्ते नेपाल के लुंबनी जाएंगे।

बौद्ध भिक्षुओं का यह दल 21-22 फरवरी को बोधगया पहुंचेगा। उनके साथ चल रहे द्विभाषीय ने बताया कि यह दल उत्तर प्रदेश के सारनाथ से महात्मा बुद्ध की मूर्ति व अस्थि कलश को लेकर रथ पर चल रहा है। विश्राम करने व रवाना होने से पहले बौद्ध भिक्षु उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। बताया कि भारत और दक्षिण कोरिया आपसी राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 साल पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं। तीर्थयात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को बढ़ाना है।

द्विभाषीय ने बताया कि भिक्षु भारत में उत्तर प्रदेश और बिहार स्थित बौद्ध तीर्थ स्थलों की यात्रा करेंगे और बाद में नेपाल के लुंबनी तक जाएंगे। तीर्थयात्रा के दौरान कवर किए जाने वाले स्थलों में बुद्ध के जन्म से लेकर उनके परिनिर्वाण तक का जीवन शामिल है। यात्रा का उद्देश्य भारत में बौद्ध पर्यटन सर्किट को दुनिया भर में प्रचारित किया जाना भी है।