नई दिल्ली, 22 मार्च । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा, प्रसिद्ध उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला और प्रसिद्ध पार्श्व गायिका सुमन कल्याणपुर को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-I में वर्ष 2023 के लिए तीन पद्म विभूषण, चार पद्म भूषण और 47 पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किए। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित और अन्य गणमान्य लोग उपस्थिति थे।
राष्ट्रपति ने वास्तुकार प्रो. बालकृष्ण दोशी (मरणोपरांत) और पूर्व विदेश मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सोमनहल्ली मल्लय्य कृष्णा को पद्म विभूषण प्रदान किया। तबला वादक जाकिर हुसैन पद्म विभूषण प्राप्त करने के लिए सम्मान समारोह में उपस्थित नहीं हो सके।
व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में योगदान के लिए आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, संगीत के श्रेत्र में योगदान के लिए सुमन कल्याणपूर, भारतीय भाषाविद विद्वान और जेएनयू के पूर्व रेक्टर प्रो. कपिल कपूर और आध्यात्मिक गुरु कमलेश दी. पटेल को राष्ट्रपति ने पद्म भूषण से सम्मानित किया।
वयोवृद्ध निवेशक और अकासा एयर के संस्थापक स्वर्गीय राकेश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने उनकी ओर से पद्म श्री (मरणोपरांत) प्राप्त किया। सिद्दी जनजाति की सदस्य हिरबाईबेन इब्राहिम भाई लॉबी, जोधाईया बाई बैगा,पंडवानी गायिका उषा बारले, डॉ. संकुरात्रि चंद्रशेखर, रामन चेरूवयल, भानुभाई चुनीलाल चितारा, नरेन्द्र चंद्र देबबर्मा (मरणोपरांत), वडीवेल गोपाल, मासी सडयान, हेमचन्द्र गोस्वामी, प्रीतिकना गोस्वामी, डॉ. मोदादुगु विजय गुप्ता, दिलशाद हुसैन, भिकू रामजी इदाते, डॉ. रतन सिंह जग्गी, विक्रम बहादुर जमातिया,गुरु थिरुविडैमरूथुर कुप्पैया कल्याणसुंदरम, डॉ. रतन चंद्र कर, महिपतराय प्रतापराय कवि, मागुणि चरन कुअंर, प्रो. अरविन्द कुमार, रिसिंगबोर कुरकालंग, डॉ. प्रभाकर भानुदास मांडे, नाडेजा पिंडिपापनहल्ली मुनिवेंकटप्पा, प्रो. महेन्द्र पाल, डॉ. नलिनी पार्थसारथी, डॉ. हनुमंत राव पसुपुलेटी, रमेश रघुनाथ पतंगे, वी.पी. अप्पुकुट्टन पोतुवाल, एस. आर. डी. प्रसाद, चिंतलपाटि वेंकटपति राजु. डॉ. बंडी रामकृष्ण रेड्डी. मंगला कान्त राय, प्रो. मनोरंजन साहू, कोटा सच्चिदानंद शास्त्री, गुरचरण सिंह. लक्ष्मण सिंह, प्रो. प्रकाश चन्द्र सूद, नैहुनुओ सोर्ही. एस. सुब्बरामन, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, धनीराम टोटो. तुलाराम उप्रेती (सम्मान समारोह में उपस्थित नहीं), डॉ. जी. वेलुच्चामी, करमा वांगचु (मरणोपरांत) और गुलाम मुहम्मद जज को पद्म श्री से सम्मानित किया गया।