गुवाहाटी, 31 जनवरी । असम पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) भास्कर ज्योति महंत ने कहा है कि पुलिस का काम सेवा करना है और सेवा करने वाले लोगों को सेवानिवृत्ति नहीं मिलती है। यह बातें उन्होंने मंगलवार को राजधानी के काहिलीपाड़ा स्थित चौथी असम पुलिस बटालियन मुख्यालय में आयोजित एक भव्य समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उल्लेखनीय है कि इस समारोह का आयोजन भास्कर ज्योति महंत की आज हुई सेवानिवृत्ति तथा जीपी सिंह की नए डीजीपी के रूप में होने जा रही ताजपोशी के मद्देनजर किया गया था।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दूसरी सेवाओं में लोग सेवा समाप्ति के बाद अवकाश प्राप्त करते हैं। लेकिन पुलिस की नौकरी में ऐसा नहीं होता है। पुलिस सेवा में आने के बाद जो एक सेवा का भाव मन में उत्पन्न होता है वह आजीवन बना रहता है।
उन्होंने कहा कि आज असम पुलिस में कोई भी अंदरूनी राजनीति एक-दूसरे के खिलाफ कानाफूसी जैसी स्थिति नहीं है। सभी एक साथ मिलकर टीम भावना से कार्य करते हैं। उन्होंने नए डीजीपी जीपी सिंह को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि जीपी सिंह के नेतृत्व में असम पुलिस बहुत आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे कार्य अधूरे रहे जिन्हें वे अपने कार्यकाल में पूरा नहीं कर सके, आशा है कि जीपी सिंह के कार्यकाल में सभी अधूरे कार्य पूरे होंगे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दूसरी सेवाओं में लोग सेवा समाप्ति के बाद अवकाश प्राप्त करते हैं। लेकिन पुलिस की नौकरी में ऐसा नहीं होता है। पुलिस सेवा में आने के बाद जो एक सेवा का भाव मन में उत्पन्न होता है वह आजीवन बना रहता है।
उन्होंने कहा कि आज असम पुलिस में कोई भी अंदरूनी राजनीति एक-दूसरे के खिलाफ कानाफूसी जैसी स्थिति नहीं है। सभी एक साथ मिलकर टीम भावना से कार्य करते हैं। उन्होंने नए डीजीपी जीपी सिंह को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि जीपी सिंह के नेतृत्व में असम पुलिस बहुत आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे कार्य अधूरे रहे जिन्हें वे अपने कार्यकाल में पूरा नहीं कर सके, आशा है कि जीपी सिंह के कार्यकाल में सभी अधूरे कार्य पूरे होंगे।