आजमीन को हज के सफर में अपने स्तर पर करना होगा विदेशी मुद्रा का इंतजाम

आजमीन को हज के सफर में अपने स्तर पर करना होगा विदेशी मुद्रा का इंतजाम

जयपुर, 27 फरवरी । हज कमेटी ऑफ इंडिया ने रियाल को लेकर इस बार नियम बदल दिया है। अब आजमीन को विदेशी मुद्रा (सऊदी रियाल) स्वयं लेकर जानी होंगी। हज कमेटी की ओर से कोई पैसा नहीं दिया जाएगा। पहले हज कमेटी की ओर से दैनिक आम खर्च के लिए 1500 (सऊदी रियाल) दिए जाते थे। इस बार हज जाने वालों को यह सुविधा नहीं मिलेगी। सऊदी अरब में हज के दौरान आजमीन अपने पास से भी रुपए खर्च करते थे।

पहले से आवेदन कर चुके यात्रियों का कहना है कि आनन-फानन में पहली बार इस फरमान से कई परेशानी होगी। अंत में मुद्रा की व्यवस्था खुद के स्तर पर करने से अधिक रकम चुकानी पड़ेगी। आदेशों के मुताबिक यात्री को साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि यात्रा के लिए उड़ान स्थल पर पहुंचने पर हर हज यात्री के पास न्यूनतम 1500 सऊदी रियाल उपलब्ध रहें।

हज प्रशिक्षक हाजी मुख्तार असलम ने बताया कि अब आजमीन को अपने स्तर पर ही बैंक से विदेशी मुद्रा का इंतजाम करना होगा। हज के लिए आवेदनों की आखिरी तारीख दस मार्च है। हज हाउस सहित अन्य जगहों पर ऑनलाइन आवेदन किए जा रहे हैं। नियमों में बार-बार बदलाव से हज यात्री भी परेशान हैं। यात्रियों का कहना है कि सभी नियम एक बार स्पष्ट हो, ताकि कोई दुविधा न हो।