बांसवाड़ा, 28 जुलाई । राजस्थान और मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस आदिवासी दिवस पर आदिवासियों की आस्था स्थली मानगढ़ धाम से चुनाव का शंखनाद करेंगी। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मानगढ़ धाम पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम के जरिये कांग्रेस उदयपुर संभाग की 28 सीटों के साथ साथ मध्य प्रदेश की जनजाति बहुल विधान सभा क्षेत्रों साधने की कोशिश करेगी। मानगढ़ धाम राजस्थान ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान के साथ ही महाराष्ट्र के आदिवासियों की श्रद्धा का बड़ा केंद्र है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पिछले साल नवंबर में मानगढ़ धाम का दौरा कर चुके हैं। इसलिए कांग्रेस भी मोदी के इस दौरे के तोड़ के तौर पर राहुल गांधी को मानगढ़ धाम ला रही है। कांग्रेस के लिए उदयपुर संभाग कितना अहम है, इसका अंदाजा तो इसी से लगाया जा सकता है कि खुद मुख्यमंत्री गहलोत लगातार दौरे करते रहे हैं, अकेले बांसवाड़ा जिले में मुख्यमंत्री गहलोत 12 दौरे कर चुके हैं। कांग्रेस का शुरू से ही आदिवासियों पर फोकस रहा है और पिछले
विधानसभा चुनाव में बीटीपी ने किया कांग्रेस को कमजोर-
वागड़ मेवाड़ की राजनीति को देखे तो यहां शुरू से ही भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर रही है, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय ट्राइबल पार्टी एक बड़े प्रतिद्वंदी के तौर पर उभरकर सामने आई है। बीटीपी ने पिछली बार 11 सीटों पर चुनाव लड़कर 0.72 प्रतिशत वोट हासिल करते हुए 2 सीटें जीती थी। ऐसे में इस बार माना जा रहा है कि बीटीपी और भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इससे कांग्रेस के ट्राइबल वोटबैंक कमजोर हो सकता है।
उदयपुर संभाग की सीटों पर भा8जपा और कांग्रेस का फोकस हमेशा से ही रहा है। ऐसा माना जाता है कि उदयपुर जीता तो प्रदेश जीता। उदयपुर संभाग में 28 सीटों का विधानसभा में प्रतिनिधित्व है। 25 सीटें एसटी की रिजर्व हैं। 2018 विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो भाजपा ने सबसे ज्यादा 15 सीटें जीती थीं, हालांकि धरियावद उपचुनाव में कांग्रेस जीत गई। वहीं कांग्रेस के खाते में 10 सीटें गई थीं, लेकिन उपचुनाव जीतने से अब सीटें बढ़ गई है। कुशलगढ़ की एक सीट पर निर्दलीय रमिला खड़िया जीती हुई है, जबकि 2 सीटों पर भारतीय ट्राइबल पार्टी का कब्जा है। मुख्य रूप से बांसवाड़ा-डूंगरपुर की 9 विधानसभा सीटों में से 3 कांग्रेस के पास हैं और 3 भाजपा के पास दो सीटों पर बीटीपी और एक पर निर्दलीय प्रत्याशी जीती हुई है।
यह दौरा क्षेत्र के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी साथ में रहेंगे। ऐसे में आगामी चुनाव और आदिवासी दिवस को देखते हुए मुख्यमंत्री गहलोत क्षेत्र के लिए कोई भी बड़ी घोषणा कर सकते हैं। क्योंकि आदिवासी और किसानों के लिए राहुल गांधी हमेशा से आवाज उठाते रहे हैं।
मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने को लेकर राजनीति और तेज होगी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई दफा प्रधानमंत्री से 1507 आदिवासियों के शहीद स्थल मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग कर चुके हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मानगढ़ धाम दौरे के दौरान भी यह मांग उठाई थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने इसे राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र का मुद्दा कह कर आपस में कार्ययोजना तैयार कर भिजवाने की बात कह कर टाल दिया था जिसका लाभ कांग्रेस उठाने का प्रयास करेगी।