अजमेर, 31 अगस्त। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर को फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया द्वारा बी फार्मा और डी फार्मा की अनुमति दे दी गई है। दोनों कोर्सेज के लिए 60 -60 सीटों का आवंटन किया गया है। अब विश्वविद्यालय में दोनो कोर्स शुरू हो सकेंगे।
प्रो अरविंद पारिक विभागाअध्यक्ष बॉटनी इस कार्य को देख रहे थे। प्रो पारीक की मेहनत रंग लाई, जिसके कारण विश्वविद्यालय को डी फार्मा और बी फार्मा कोर्स संचालित करने के लिए फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने अनुमति जारी कर दी है। इसके लिए विश्वविद्यालय में नया विभाग शीघ्र ही खुलेगा। दोनों कोर्स सत्र 2023-24 से शुरू होंगे।
उक्त कोर्सेज का लाभ संभाग के विद्यार्थियों को मिल सकेगा। डी फार्मा व बी फार्मा के लिए विद्यार्थियों को बाहर जाना पड़ता था अब इच्छुक विधार्थी विश्वविद्यालय में दोनों कोर्स कर सकेंगे।
मदस विश्वविद्यालय में हुआ वित्तीय साक्षरता अभियान आयोजन
विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों ईकाइयों एवं आईसीएआई के अजमेर चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में वित्तीय साक्षरता अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के लिए एक कार्यक्रम गुरुवार को पतंजलि भवन में किया गया । इस कार्यक्रम में करीब 100 सेवा योजना के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. आशीष पारीक ने बताया कि इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सीए दिव्या सोमानी जी थी। दिव्या सोमानी आईसीएआई के अजमेर चैप्टर की अध्यक्ष हैं । दिव्या सोमानी ने बड़े ही सहज और सरल तरीके से छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए वित्त की बुनियादी बातें बताई। छात्र-छात्राओं से बातचीत के दौरान उन्होंने उद्यमियों की भूमिका और उद्यमिता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे एमएसएमई आइडिया हैकथॉन 3.0, आई स्टार्ट और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आदि से भी परिचित कराया । उन्होंने छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया |
डॉ आशीष पारीक ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाएं और अधिक सशक्त होंगी जब उन्हें वित्त और उसके प्रबंधन से संबंधित ज्ञान होगा ।