जयपुर, 26 जून । सांभर-फुलेरा को जिला बनाने की मांग को लेकर रविवार को हजारों की संख्या में एकत्र हुए लोगों पर पुलिस लाठीचार्ज की भाजपा ने निंदा की है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने हिन्दुस्थान समाचार से चर्चा करते हुए कहा कि सरकार की आपसी फूट का ही खामियाजा है कि सरकार अपने ही लोगों पर लाठियां फटकार रही है। नए जिले बनाने की घोषणा राज्य में अराजकता की स्थिति को बढ़ा रही है। सरकार को नए जिलों की घोषणा करने के बाद एक अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी कर आपत्तियां लेनी चाहिए थी। इसके बाद प्रक्रियानुसार नए जिलों की सीमा तय की जानी चाहिए थी। लेकिन, घोषणा को लंबा समय बीत जाने के बाद भी सरकार एक कदम तक नहीं बढ़ा पाई है। ऐसे में सीमा को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
राठौड़ ने कहा कि सरकार के एक मंत्री जो मुख्यमंत्री के सलाहकार भी हैं, कहते हैं कि पड़ाव नहीं डालने देंगे, जबकि पायलट समर्थक एक विधायक धमकी देते हैं कि पड़ाव तो डालकर रहेंगे। ऐसे में सरकार में शामिल लोग आपस में उलझ कर वर्ग संघर्ष को बढ़ावा दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि रविवार को सांभर और फुलेरा को जिला बनाने की मांग को लेकर हजारों लोगों ने मौखमपुरा के लिए कूच किया। इस दौरान सांभर व फुलेरा के बाजार पूरी तरह बंद रहे। जिला बनाने की मांग को लेकर नारे लगाते हुए लोग आगे बढ़े तो सामलपुरा अंडरपास पर पुलिस व एसटीएफ के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। इसके बाद लोग वाहनों को छोड़कर पैदल जयपुर-अजमेर हाईवे की ओर बढ़ने लगे। कुछ प्रदर्शनकारी खेतों के रास्ते होकर हाईवे पर पहुंचे और हाईवे जाम करने का प्रयास किया, तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। इस बीच पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव शुरू हो गया। जिसमें कई युवक घायल हो गए। इससे पहले पुलिस ने हाईवे जाम करने का प्रयास करने वाले युवकों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े व लाठियां भांजी। इसके बाद पुलिस ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे विद्याधर चौधरी, दीनदयाल कुमावत व मानाराम ठोलिया को गिरफ्तार किया। पुलिस ने करीब 50 जनों को हिरासत में लिया है वहीं शाम को महापड़ाव समाप्त हो गया। पथराव व लाठीचार्ज व भगदड़ में करीब 25 से अधिक लोगों को चोटें आई।
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाएं आ रही है। सुरेन्द्र सारण@Surendra_Saran_ ने टवीट पर लिखा कि पुलिस के जवान सांभर-फुलेरा की जनता पर पत्थर फेंककर क्या साबित करना चाहते हैं? क्या वहां की जनता देशद्रोही है जो आप उन पर आंसू गैस के गोले फेंक रहे हो। पत्थर फेंकना, वाटर कैनन से पानी की बौंछारे कराना कहां तक उचित है? सांभर-फुलेरा की जनता शांति पूर्वक अपना प्रदर्शन कर रही है।
एक अन्य यूजर जानीजी भादवा@Shankarjyani66 ने ट्वीट किया- ऐतिहासिक_महापड़ाव आमजन की जीत तय है।अब किसी लालचंद कटारिया,बाबूलाल नागर व निर्मल कुमावत की जनता को ज़रूरत नहीं है, कल इतनी बड़ी लडाई लड़कर #सांभर_फुलेरा_जोबनेर_रेनवाल की जनता ने यह सिद्ध कर दिया, कि हम हमारा हक़ लेकर रहेंगे लड़ेंगे जितेंगे।