जयपुर, 3 अगस्त । बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन सिस्टम का असर बुधवार देर शाम राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में दिखा। इसके चलते गुरुवार और शुक्रवार को पूर्वी राजस्थान के कोटा, जयपुर, भरतपुर संभाग में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश का दौर पांच अगस्त तक जारी रहने की संभावना है।
देर शाम भरतपुर, कोटा संभाग के जिलों में कई जगह बारिश हुई। इन संभाग के कई जिलों में गुरुवार सुबह भी रुक-रुक बारिश होती रही। जोधपुर, बीकानेर संभाग के जिलों में पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ने से बारिश का दौर धीमा पड़ गया। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक राज्य में गुरुवार को चार जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है। पिछले 24 घंटे में सवाई माधोपुर, भरतपुर, करौली, धौलपुर, अलवर, कोटा, जयपुर, दौसा, बारां, बांसवाड़ा, सिरोही जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। सबसे ज्यादा बरसात सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर में 54 मिमी हुई। भरतपुर के कुम्हेर में 40, करौली के मासलपुर में 50, नादौती में 46, दौसा के लालसोट में 30, धौलपुर के सरमथुरा में 32 और जयपुर के शाहपुरा में 22 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा अन्य जिलों में 20 मिमी तक पानी बरसा।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में जो सिस्टम बना है वह कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल चुका है और झारखंड में प्रवेश कर चुका है और 24 घंटे के दौरान ये लो मार्क प्रेशर सिस्टम के रूप में मध्य प्रदेश में प्रवेश कर जाएगा। इससे मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश होगी। मौसम केन्द्र जयपुर ने अगले 24 घंटे में भरतपुर संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली के साथ अलवर जिले में कहीं-कहीं तेज या भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। इन जिलों के यलो अलर्ट जारी किया गया है। जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
जुलाई में मानसून का धमाकेदार आगाज होने के बाद अभी बरसात के लिए करीब डेढ़ महीने का वक्त बचा है, लेकिन प्रदेश में सामान्य से करीब 57 फीसदी बारिश अधिक हो चुकी है। इस सीजन में 421.08 मिलीमीटर पानी बरस चुका है। जबकि सामान्य से औसत बारिश के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में इस दौरान करीब 270 मिलीमीटर तक ही पानी बरसता है और सीजन में अधिकतम 520 मिलीमीटर तक बारिश होती है। ऐसे में अब अगर 100 मिलीमीटर बारिश हुई, तो प्रदेश में मानसून अपना कोटा पूरा कर लेगा। इस बार मानसून ने प्रदेश में तय वक्त से करीब तीन दिन पहले एंट्री ली थी।
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक अगस्त के आखिरी हफ्ते में प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम बरसात होगी, जबकि इससे पहले 15 अगस्त के आस-पास बारिश की संभावना रहेगी और धूप खिली रहेगी। विभाग का अनुमान है कि महीने की शुरुआत में प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम बरसात का दौर रहेगा, तो कुछ जगह भारी बारिश के चलते चेतावनी भी जारी की जाएगी।