नई दिल्ली, 27 फ़रवरी । भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने शिखर धवन और महेन्द्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि इन दोनों ने उनके बुरे दौर से उबरने में उनकी मदद की।
उन्होंने क्रिकबज के राइज ऑफ न्यू इंडिया शो में कहा, मेरा सबसे खराब लम्हा 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में हुआ मैच था। मुझे नहीं पता कि इससे बुरा पल मेरे लिए कभी हो सकता है या नहीं। यह मेरे लिए बहुत कठिन था। मैंने मैच में बहुत रन दिए। जिस चीज ने मुझे सबसे ज्यादा चोट पहुंचाई वह यह थी कि मैं टीम की हार का कारण था। मैं उस समय अपनी पत्नी को डेट कर रहा था और मैंने अभी उससे बात की थी और मुझे लगता है कि मैं लगभग रोया था मैं उसे हर दिन फोन करता था और फोन पर यह कहते हुए रोता था कि टीम मेरी वजह से हारी।
ईशांत ने खुलासा किया कि कैसे धोनी और धवन उनके कमरे में आए और उन्हें प्रोत्साहित किया। ईशांत ने यह भी स्वीकार किया कि इस मैच के बाद सभी के बीच यह धारणा हो गई थी कि वह एक अच्छे सफेद गेंद गेंदबाज नहीं है।
उन्होंने कहा, अच्छी बात यह हुई कि माही भाई (एमएस धोनी) और शिखर धवन मेरे कमरे में आए और कहा, देखो, तुम अच्छा कर रहे हो, उस एक मैच की वजह से यह धारणा बन गई कि मैं सफेद गेंद का गेंदबाज नहीं हूं।
ईशांत आखिरी बार 2016 में भारत के लिए खेले थे और तब से तीनों प्रारूपों में से किसी में भी चयन के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किया गया।