मुंबई, 22 जून । अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की कार्यकारी समिति (ईबी) ने एक बार फिर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा महासचिव/मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की नियुक्ति में देरी पर चिंता जताई है।
बुधवार को अपनी बैठक में आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का मुद्दा भी उठाया और आईओए से अंतरराष्ट्रीय महासंघों के साथ मिलकर काम करने और इन मामलों को निपटाने के लिए समन्वित तरीके से काम करने को कहा।
आईओसी ने बुधवार को ईबी की बैठक के बाद एक विज्ञप्ति में कहा, भारत की राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (एनओसी) को कई मौकों पर एनओसी संविधान के अनुसार बिना किसी देरी के नए सीईओ/महासचिव की नियुक्ति प्रक्रिया को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया गया है, ताकि एनओसी के भीतर स्थिति को सामान्य किया जा सके। दुर्भाग्य से, एनओसी ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। आईओसी इस मुद्दे पर नजर रखे हुए है।
भारत की राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (एनओसी) आईओए है।
आईओसी ने विशेष रूप से भारतीय कुश्ती महासंघ के संबंध में अपनी चिंताएँ व्यक्त कीं। यह दूसरी बार है जब आईओसी ने आईओए में महासचिव/सीईओ का पद भरने में हो रही देरी पर चिंता जताई है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे वर्तमान में आईओए के अंतरिम सीईओ का पद संभाल रहे हैं।
आईओसी के बयान में आगे कहा गया, इसके अलावा, भारत के एनओसी से भारतीय खेल महासंघों को प्रभावित करने वाले कई मौजूदा मुद्दों को समन्वित तरीके से और अंतरराष्ट्रीय महासंघों के नियमों और निर्देशों के अनुसार संबोधित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय महासंघों के साथ मिलकर काम करने का अनुरोध किया गया है। इसमें विशेष रूप से, भारत में कुश्ती महासंघ की स्थिति शामिल है।
गौरतलब है कि आईओए ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के लिए एक नई प्रबंध संस्था स्थापित करने के लिए एक तदर्थ समिति और रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति की है। 6 जुलाई को होने वाले डब्ल्यूएफआई चुनाव कथित तौर पर 11 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिए गए हैं।