लद्दाख की पहली सैन्य अधिकारी से मिले उत्तरी सेना प्रमुख, किया सम्मानित

नई दिल्ली, 15 मार्च । उत्तरी सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी बुधवार को लद्दाख दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने लद्दाख की पहली सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल से मुलाकात की। उन्होंने सभी बाधाओं को पार कर लद्दाख की पहली महिला अधिकारी बनने और अपने पति के सपने को साकार करने के लिए लेफ्टिनेंट रिगजिन की सराहना की, जिन्होंने राष्ट्र सेवा में अपना जीवन लगा दिया।

लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने लद्दाख में प्रतिनियुक्त महिला अधिकारी चोरोल से मुलाकात के बाद केंद्र शासित प्रदेश के उप सेक्टर उत्तर में परिचालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने भारत की सीमा रक्षा को मजबूत करने में एलएसी पर तैनात सैनिकों के महत्वपूर्ण योगदान का भी आह्वान किया।

लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी और लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल की भेंट की तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा की गई है। इसे साझा करते हुए उत्तरी कमान ने लिखा, लद्दाख से महिलाओं के लिए एक आइकन का सम्मान। उत्तरी सेना कमांडर ने सभी बाधाओं को पार कर लद्दाख की पहली महिला अधिकारी बनने और अपने पति के सपने को साकार करने के लिए लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल की सराहना की।

लेफ्टिनेंट रिगजिन चोरोल की सैन्य यात्रा उनके पति 3 लद्दाख स्काउट्स के राइफल मैन रिगजिन खंडप की कुछ साल पहले ही ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने के बाद शुरू हुई। पिछले साल वह भारतीय सेना के अधिकारियों के नए बैच के साथ चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी से पास-आउट हुईं। अपने 15 महीने के बच्चे की परवरिश करने की जिम्मेदारी निभाते हुए उन्होंने अपने दिवंगत पति की इच्छा पूरी की।

भारतीय सेना ने उन्हें उत्तरी कमान में पहली महिला अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा भारतीय सेना ने हाल ही में कर्नल के पद पर चयनित महिला अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण कार्य सौंपे हैं। भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को उनके पुरुष समकक्षों के बराबर स्थायी कमीशन दिया है।

चोरोल ने पिछले साल कहा था कि मेरे पति लद्दाख स्काउट्स में थे और आर्मी ऑफिसर बनना चाहते थे। मैं उनकी मौत के बाद सेना में शामिल होना चाहती थी, क्योंकि वह चाहते थे कि मैं उनके सपने को साकार करूं। भारतीय सेना के अधिकारियों के एक समूह ने उनके पति की मृत्यु के बाद उनका मार्गदर्शन किया और सपनों को पूरा करने में मदद की।

लेफ्टिनेंट रिगजिन चोरोल अर्थशास्त्र में स्नातक हैं। अपने 15 महीने के बेटे के साथ उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तब काफी लोकप्रिय हुई, जब वह पिछले साल 151 पुरुष और 35 महिला कैडेटों के साथ ओटीए से पास आउट हुईं थीं।