नई दिल्ली, 14 फ़रवरी । पूर्व भारतीय क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने रवींद्र जडेजा की तारीफ करते हुए कहा कि वह तीनों प्रारुप में सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ी हैं। चोट के कारण 6 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे जडेजा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले 70 रनों की बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली और मैच में सात विकेट भी लिए, जिसमें पहली पारी में 5 विकेट शामिल थे।
दीप दासगुप्ता ने स्टार स्पोर्ट्स के शो फॉलो द ब्लू में कहा, छह महीने के ब्रेक के बाद ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 150 से अधिक गेंदें खेलीं, उनके पास इतने अलग-अलग शॉट हैं, वह एक सुरक्षित पारी खेलते हैं और एक सामान्य स्ट्राइक रेट रखते हैं। यही मानसिक अनुशासन है जो हम उनकी गेंदबाजी में भी देखते हैं। यही कारण है कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है और मेरी राय में वह सभी रूपों में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं।
दीप दासगुप्ता ने बताया कि कैसे रोहित शर्मा ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में आगे बढ़कर नेतृत्व किया, उन्होंने कहा, कप्तानी और रन दोनों में वह बेहतर थे, जिस तरह से उन्होंने कप्तानी की है, पहले दिन से ही सही निर्णय लिया, वह जानते थे कि कब गेंदबाजों को बदलना है। इसके अलावा उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की और अपनी पारी को गति दी, वह एक पूर्ण टेस्ट मैच की पारी की तरह ही था।
दीप दासगुप्ता ने पहले टेस्ट में अपमानजनक हार के बाद ऑस्ट्रेलिया की वापसी की संभावनाओं के बारे में भी बात की, उन्होंने कहा, वे वापसी कर सकते हैं, अगर आप इसे केवल प्रतिभा के नजरिए से देखते हैं, तो उनमें निश्चित रूप से वापसी करने की क्षमता है। कुछ बदलावों के साथ, कई अच्छे खिलाड़ी उपलब्ध होंगे जो पहले मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या उनके पास ऐसा करने की मानसिकता है? क्या वे इसे मानसिक रूप से कर सकते हैं? जब भारत पिछले साल एडिलेड में हार गया, तो हम मानसिक रूप से उस 36 पर ऑल आउट होने की स्थिति से वापसी की थी। क्या ऑस्ट्रेलिया मानसिक रूप से वापसी कर सकती है? यही बड़ा सवाल है।
दोनों देशों के बीच चार मैचों की श्रृंखला का दूसरा मैच नई दिल्ली में 17 फरवरी से खेला जाएगा।