संभल ​जामा मस्जिद विवाद में आगजनी व फायरिंग में तीन की मौत, सीओ सहित कई पुलिसकर्मी घायल

संभल ​जामा मस्जिद विवाद में आगजनी व फायरिंग में तीन की मौत, सीओ सहित कई पुलिसकर्मी घायल

कई जिलाें की पुलिस भेजी गई सम्भल

आगजनी में तीन कार व आठ बाइकें नष्ट

संभल, 24 नवंबर । जिला मुख्यालय पर रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। पथराव व आगजनी में तीन लोगों की मौत हुई है जबकि 20 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हैं। फायरिंग सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ को भी गोली लगी है। पत्थरबाजी करने में कई शरारती तत्वों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। आगजनी में तीन कार और आठ बाइकें नष्ट हुए हैं। नगर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

मुरादाबाद कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने बताया कि हिंसा के दौरान छत से की गई फायरिंग में तीन युवकाें की माैत हुई है। पुलिस के मुताबिक मरने वालों में काेट कर्वी निवासी नईम, सराय तरीम निवासी बिलाल और हयात नगर निवासी नुमान हैं। पुलिस इनके पाेस्टमार्टम कराने की तैयारी कर रही है। बिगड़े हालात को काबू में करने के लिए एडीजी, डीआईजी, कमिश्नर, एसपी समेत अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर जिले की पुलिस फोर्स ने तनावग्रस्त इलाके में डेरा डाल दिया है। पुलिस अभी फ्लैगमार्च कर रही है। इंटरनेट सेवा निलंबित कर दिया गया है।

पुलिस के अनुसार क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने के लिए पहले शरारती तत्वों ने पथराव और आगजनी की फिर उसके बाद बचाव के लिए बच्चों और महिलाओं को आगे कर दिया। इस घटना में महिलाओं के भी शामिल होने की संभावनाओं की दृष्टि से जांच की जा सकती है।

प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग

हिंसा के बाद नगर व जनपद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जिले के प्रमुख चौराहों में चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग की गई। आम लोगों को डायवर्ट करके अन्य मार्गों से भेजा जा रहा है। हिंसक घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है। पूरे इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है।

हालात को संभालने के लिए छोड़ना पड़ा आंसू गैस के गोले

हिसंक घटना पर पहुंची पुलिस को देखकर भीड़ से ताबड़तोड़ पत्थरबाजी शुरू कर दी गई। फायरिंग भी की गई। पुलिस अधीक्षक समेत कई पुलिस अधिकारी पहुंचे और भीड़ को समझाने लगे, लेकिन बेकाबू होते जा रहे थे। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ने पड़े थे।

मुख्यमंत्री ने लिया मामले का संज्ञान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्भल की घटना को संज्ञान में लेकर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को हालात को काबू में और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस एक्शन में आयी और भीड़ को काफी प्रयासों के बाद काबू में कर लिया। डीजीपी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। लखनऊ से मॉनिटरिंग की जा रही है।

जामा मस्जिद में सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया

हिन्दू पक्षकार के एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने बताया कि जामा मस्जिद में सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है। सर्वे के दाैरान मस्जिद कमेटी के सभी सदस्य एवं उनके एडवोकेट भी उपस्थित रहे। सर्वे के दौरान फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी कराई गई है। 29 नवंबर को कोर्ट के समक्ष एडवोकेट कमीशन की रिपोर्ट पेश की जाएगी। सर्वे का कार्य शुरू हाेने पर वहां बवाल होने लगा। जिसके कारण कुछ कार्य में विलम्ब हुआ। फिर भी सर्वे के कार्य को पूरा कर लिया गया है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के सम्भल में जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची एएसआई टीम पर पथराव किया गया।इसके बाद लाेगाें ने वाहनाें काे आग लगा दी। माैके पर पहुंची पुलिस पर लाेगाें ने पथराव व फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। घटना के बाद क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जनपद में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है।