गाजियाबाद जैसी घटना के इंतजार में आला-अफसर, गलियों में मंडरा रहा आवारा कुत्तों का खौफ

गाजियाबाद जैसी घटना के इंतजार में आला-अफसर, गलियों में मंडरा रहा आवारा कुत्तों का खौफ

जालौन, 18 सितंबर । देश भर में आवारा कुत्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। लेकिन दिन प्रतिदिन बढ़ती इन खौफनाक कुत्तों की आबादी को रोकने के लिए विभागीय जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। आलम यह है कि चौराहों से लेकर शहर की गलियों तक आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ चुका है,इसे लेकर देश भर में तमाम घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। हाल में ही गाजियाबाद में 14 साल की बेटे ने अपने पिता की गोद में दम तोड़ दिया था लेकिन ग्राउंड पर अधिकारी सिर्फ कागज में अभियान चलाकर खानापूर्ति कर लेते हैं।

गौरतलब है कि जालौन में जब लोगों के बीच में जाकर आवारा कुत्ताें के आतंक की कहानी जानी तो वे इन कुत्तों से काफी भयभीत नजर आए, वहीं छोटे बच्चों के जहन में भी इन कुत्तों का अच्छा खासा डर नजर आया। लेकिन इन सबके बीच जब अधिकारी से इन जानलेवा कुत्तों को पकड़वाने की बात समझनी चाही तो उनका कहना था कि आवारा कुत्तों को लेकर समय-समय पर नगर पालिका की टीम काम करती है। अगर शहर के किसी इलाके से कोई सूचना आती है तो कुत्तों को पकड़कर चिन्हित स्थानों में भेज दिया जाता है। वहीं, जालौन के स्वाथ्थ्य विभाग के आंकड़ों की बात करें तो एक महीने में 2100 कुत्ते लोगों को अपना निशाना बना चुके हैं, लेकिन सरकारी दावों और धरातल पर कहानी कुछ और ही बयां करती है।