ऋषिकेश, 25 अगस्त । अखिल भारतीय संत समिति एवं विरक्त वैष्णव मंडल समिति ने तीर्थ नगरी ऋषिकेश तपोवन में आए दिन हो रही गायों की हत्या, भू-माफिया द्वारा आश्रमों को खुर्द किए जाने, देवभूमि में राज्य सरकार की शराब नीति के तहत खोली जा रही शराब की दुकानों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया है। यह निर्णय शुक्रवार को भगवान आश्रम में अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष गोपालाचार्य ओर विरक्त वैष्णव मंडल समिति के अध्यक्ष स्वामी दयाराम दास की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया।
बैठक में उपस्थित संतों ने सरकार की शराब नीति का विरोध करते हुए कहा कि आज पूरे प्रदेश के तमाम शहरों और कस्बों में खोली जा रही शराब की दुकानों के कारण देवभूमि की गरिमा दूषित हो रही है। आज पूरी देवभूमि पर्यटन क्षेत्र में तब्दील हो गई है, जहां विभिन्न प्रकार की आपराधिक गतिविधियां भी संचालित की जा रही हैं। इसके कारण कानून व्यवस्था भी लड़खड़ा गई है। संतों ने उत्तराखंड में संतों की भूमि को कब्जाने के लिए भू-माफियों की सक्रियता पर भी चिंता व्यक्त की। वहीं गायों की बड़े पैमाने पर तस्करी कर की जा रही हत्या पर भी रोष व्यक्त किया। बैठक में कहा गया कि इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा जो कड़े कानून बनाए गए उसका असर भी इस प्रकार की गतिविधि करने वालों पर नहीं पड़ रहा है। इसके कारण तस्करों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने कहा कि जल्द प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस संबंध में एक ज्ञापन दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है।