नई टिहरी, 23 मई । उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के बैनर तले इंजीनियरों ने विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में एक दिवसीय धरना देते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इंजीनियरों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा न किया गया, तो चरबद्ध तरीके से आंदोलन को अंजाम देंगे।
इंजीनियरों ने कलेक्ट्रेट परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना देते हुए कहा कि सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन को अंजाम दिया जायेगा। इंजीनियरों की मांग है कि विभिन्न विभागों में कार्यरत समूह ख अभियंताओं को कार अनुरक्षण भत्ता अनुमन्य करने वाला शासनादेश जारी किया जाय। कनिष्क व अपर सहायक अभियंता को मोटर साइकिल व स्कूटर भत्ते की दरों के पुनरीक्षण का शासनादेश जारी किया जाये। कनिष्क व अपर सहायक अभियंता को दस साल की सेवा के बाद सहायक अभियंता का ग्रेड वेतन 5400 दिया जाये।
अपर सहायक अभियंता की वेतन विसंगति दूर की जाये। सभी अभियांत्रिकी विभागों में एक समान सेवा नियमावली प्रख्यापित की जाये। प्रदेश की बाहर की एजेंसियों को प्रदेश में निर्माण काम देने पर रोक लगाई जाय। विद्युत डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के तीनों निगमों के प्रबंधन को प्रेषित नोटिस के विभिन्न बिंदुओं पर कार्यवाह की जाये। स्थानांतरण अधिनियम 2017 में महासंघ के प्रेषित सुझावों के अनुरूप संशोधन किया जाये। मात्र स्थानांतरण सत्र में ही स्थानांतरण किये जायें। पुरानी पेंशन बहाल की जाये। कृषि विभाग व जिला पंचायत में सहायक, अधिशासी व अधीक्षण अभियंता के पद सृजित किये जायें।
इस मौके पर महासंघ के जनपद अध्यक्ष आनंद किशोर, नीरज नौटियाल, मंडल अध्यक्ष प्रमोद सिंह नेगी, सचिव ममता पंवार, शाखाध्यक्ष अश्विनी कुमार, निर्मल सिंह, देवेश मोहन सेमवाल, दीपक अग्रवाल, अंकित प्रजापति, शैलेंद्र पांडेय आदि मौजूद रहे।