-राज्य में 22 को ऑरेंज 23 व 24 को रेड सहित 25 अगस्त तक अलर्ट जारी
-राज्य में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 171 अन्य सड़कें अवरुद्ध
देहरादून, 21 अगस्त । उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा का कहर जारी है। टिहरी जिले के चंबा टैक्सी पार्किंग में भूस्खलन से चार लोगों की मौत हो गई। राज्य में 01 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित लगभग 171 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं। प्रदेश में आगामी 25 अगस्त तक के लिए रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट को देखते हुए शासन की ओर से सभी जिलाधिकारियों और आपदा विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
सोमवार दोपहर एक बजे लगभग जनपद टिहरी के थाना चंबा के पास भूस्खलन होने से मलबे में दबी स्विफ्ट कार में से कुल 04 शव बरामद कर लिए गए हैं। इनमें से 01 पुरुष, 02 महिला और एक बच्चा शामिल हैं। सभी ग्राम-जसपुर, कंडीसौड, टिहरी के निवासी हैं। शवों के पंचनामे की कार्यवाही के लिए जिला अस्पताल बौराड़ी ले जाया गया। घटना स्थल पर जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी सहित अन्य मौजूद रहे। एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की ओर से राहत खोज व बचाव का कार्य जारी है।
भूस्खलन क्षेत्र के पास के 02 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है और 06 परिवारों को संवेदनशीलता के दृष्टिगत सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए नगर पालिका परिषद चम्बा को नोटिस दिया गया है।
मृतकों का विवरण: पूनम खंडूरी पत्नी सुमन खंडूरी (30 वर्ष), बच्चा पुत्र सुमन खंडूरी (04 वर्ष), सरस्वती देवी बहन सुमन खंडूरी (32 वर्ष), प्रकाश उम्र लगभग 32 वर्ष।
सोमवार सुबह से लेकर रात्रि तक राज्य में रुक-रुक व झमाझम बारिश की बौछारें पड़ रही हैं। आज दिनभर तक सूर्यदेव बादलों की ओट में छिपे रहे। राज्य में अगले कुछ दिनों तक बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। हरिद्वार गंगा का जलस्तर बढ़कर 292.05 पर है, जो खतरे के निशान से नीचे है। टिहरी बांध का जलस्तर 819. 12 मीटर पर है।
देहरादून जिले की जौनसार बाबर के कालसी तहसील के क्षेत्र के कई गांव आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील बने हुए हैं। कालसी तहसील के बमटाड़ खत के खमरौली गांव में भारी बारिश के बाद भूधंसाव बढ़ा है। घरों के साथ ही प्राथमिक विद्यालय और पंचायत घर के भवन भी इसकी जद में आ गए हैं। 50 परिवारों वाले इस गांव में अब यह दरारें चौड़ी हो रही हैं। इसके कारण 25 घर खतरे की जद में आ गए हैं। देहरादून के विकास नगर में पिछले दिनों मदसू मजरा जाखन में भूस्खलन से कुल 28 परिवार प्रभावित हुए हैं। इन गांवों में आगे भी खतरा बना हुआ है। यहां से सभी परिवारों को शिफ्ट किया गया है।
सचिव, आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार सिन्हा ने देहरादून जिले के जाखन, खमरौली को लेकर जिलाधिकारी से प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी गई है। वहां भू-धंसाव के कारणों की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम भेजने के साथ ही अन्य कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदेश में आगामी 22 अगस्त के लिए 05 जिले देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, नैनीताल, बागेश्वर लिए ऑरेंज अलर्ट और 23 और 24 अगस्त के लिए चंपावत, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, नैनीताल, उधमसिंह नगर, बागेश्वर में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी है। इसके अलावा 25 अगस्त तक अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से 02 राष्ट्रीय राज मार्ग, 11 राज्य मार्ग सहित लगभग 171 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं। पिथौरागढ़ जिले में राष्ट्रीय राज मार्ग-1447 रामगंगापुल-क्वीटी-बिर्थी मोटर मार्ग रामगंगापुल पर बनिक के पास वॉशआउट होने के कारण यातायात हेतु अवरूद्ध है। इन बंद मार्गों को खोलने का कार्य जारी है।