नई दिल्ली, 20 सितंबर । एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.4 फीसदी से घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। एडीबी ने कृषि उपज पर प्रतिकूल मानसून के संभावित असर और निर्यात में सुस्ती की वजह से यह कटौती की है।
एडीबी ने बुधवार को एशियाई विकास परिदृश्य सितंबर, 2023 शीर्षक से जारी अपनी रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी की बजाय 6.3 फीसदी बताया। रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू खपत में मजबूती और उपभोक्ता धारणा बेहतर होने से चालू वित्त वर्ष के बचे हुए समय और अगले वित्त वर्ष में भी भारत की वृद्धि दर को मजबूती मिलती रहेगी।
हालांकि, एडीबी ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अपने अनुमान को 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा है। एडीबी की रिपोर्ट के मुताबिक निजी निवेश और औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि होने से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि को रफ्तार मिलेगी। इसके साथ ही सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में बड़े पैमाने पर इजाफा से भी इसे मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि भारत की जीडीपी चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 7.8 फीसदी की दर से बढ़ी थी, जिसमें सेवा क्षेत्र और बढ़े हुए निवेश की अहम भूमिका रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इसके पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही थी।