डिलेड कोकर यूनिट के डिस्टिलेट को बेहतर बनाना रिफाइनरियों के लिए जरूरी : कार्यपालक निदेशक

बेगूसराय, 19 जनवरी । बरौनी रिफाइनरी द्वारा डिलेड कोकिंग - रिफाइनरी लाभप्रदता में सुधार की ओर बढ़ना विषय पर सेंटर फॉर हाई टेक्नोलॉजी (सीएचटी) के सहयोग से दो दिवसीय सीएचटी एक्टिविटी कमेटी मीट गुरुवार से बेगूसराय के होटल युवराज में शुरू हो गया।

इस दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ इंडियन ऑयल आर एंड डी के कार्यपालक निदेशक (टीआईसी) देवाशीष भट्टाचार्य, कार्यपालक निदेशक (सीएचटी) आलोक शर्मा तथा बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने दीप प्रज्वलित कर किया।

इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) सत्य प्रकाश, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) ए.के. तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) तरुण कुमार बिसई, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) जी.आर.के. मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (एम एंड सी) डॉ. प्रशांत राउत, मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एंड एचएसई) एस.जी. वेंकटेश एवं संयुक्त निदेशक सीएचटी डी. किरण भी उपस्थित थे।

दीप प्रज्वलन के बाद बरौनी रिफाइनरी के मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) सत्य प्रकाश ने बैठक में उपस्थित भारत की विभिन्न रिफाइनरियों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया तथा बरौनी रिफाइनरी में कोकर यूनिट और इसकी तकनीकी क्षमताओं की पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हुए दो दिवसीय बैठक की प्रस्तावना स्थापित की।

बैठक को संबोधित करते हुए बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने तेल और गैस उद्योग के मौजूदा भू-राजनीतिक चुनौतीपूर्ण माहौल और लाभप्रदता बनाए रखने के लिए रिफाइनरी के जीआरएम में सुधार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि दुनिया नेट-जीरो भविष्य की ओर बढ़ रही है, ऐसे में उद्योग को वैश्विक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लंबी अवधि में रिफाइनिंग उद्योग के सामने आर्थिक रूप से प्रासंगिक बने रहने की चुनौती होगी। क्योंकि भारी कच्चे तेल तेजी से संसाधित हो रहे हैं, ऐसे में डिलेड कोकर यूनिट के प्राप्त डिस्टिलेट को बेहतर बनाना रिफाइनरियों को लाभप्रद बनाने के लिए बहुत जरूरी है।

इंडियन ऑयल आर एंड डी के कार्यपालक निदेशक (टीआईसी) देवाशीष भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में डिलेड कोकर यूनिट की विश्वसनीयता और लाभप्रदता में सुधार के लिए इंडियन ऑयल आरएंडडी द्वारा विकसित नवीनतम तकनीकों पर प्रकाश डाला। जबकि, कार्यपालक निदेशक (सीएचटी) आलोक शर्मा ने दो दिवसीय सम्मेलन के विषय के महत्व पर प्रकाश डाला।

सम्मेलन में इंडियन ऑयल, एचपीसीएल, बीपीसीएल, एसएमईएल, नायरा एनर्जी, ईआईएल, नुमालीगढ़ रिफाइनरी सहित अन्य व्यावसायिक सहयोगियों के 80 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कॉर्पोरेट संचार प्रबंधक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि इस कार्यक्रम की शुरुआत से पहले अतिथियों द्वारा रिफाइनरी टाउनशिप में वृक्षारोपण भी किया गया।