- दुनिया की अर्थव्यवस्था में गिरावट के बावजूद सबसे तेज विकास करेगा भारत
नई दिल्ली/वाशिंगटन, 31 जनवरी । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अगामी वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
आईएमएफ के मुताबिक मौजूदा महंगाई दर 31 मार्च तक 6.8 फीसदी से घटकर पांच फीसदी पर आ सकती है। इसके बाद भी इसमें गिरावट जारी रहेगी, जो साल 2024 तक 4 फीसदी पर आ सकती है। आईएमएफ ने मंगलवार को जनवरी का विश्व आर्थिक परिदृश्य जारी करते हुए कहा कि दुनिया के अन्य देशों के साथ-साथ भारत की अर्थव्यवस्था को अगले वित्त वर्ष में हल्की मंदी का सामना करना पड़ सकता है। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में वैश्विक वृद्धि भी 2022 के 3.4 फीसदी से घटकर 2023 में 2.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जो 2024 में बढ़कर 3.1 फीसदी पर पहुंच सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर स्थिति में रहेगी। अमेरिका का विकास दर जहां 2023 में 1.4 फीसदी रहने की उम्मीद है वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था -0.6 रहने की उम्मीद है। उभरते और विकासशील एशिया में वृद्धि 2023 और 2024 में क्रमशः 5.3 फीसदी और 5.2 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, 2022 में चीन का विकास दर घटकर 4.3 फीसदी हो गई थी।
इसके अलावा आईएमएफ ने साल 2023 में चीन की विकास दर बढ़ने की उम्मीद जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में चीन की विकास दर बढ़कर 5.2 फीसदी रहने की उम्मीद है जो कि गतिशीलता में तेजी से सुधार को दर्शाता है। अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष के अनुसंधान विभाग के मुख्य अर्थशास्त्री और निदेशक पियरे-ओलिवियर गौरिनचास ने जनवरी का विश्व आर्थिक परिदृश्य जारी करते हुए इसकी जानकारी दी।