धमतरी, 29 जुलाई । वनांचल के जबर्रा क्षेत्र में पिछले दिनों अच्छी बारिश हुई है, इससे क्षेत्र के बेन्द्रानाला पुल टूट गया, जो ग्रामीणों के लिए मुसीबत बनी हुई है। इस पुल के टूटने से 12 से अधिक गांवों का संपर्क टूट चुका है। वहीं गरियाबंद जाने का यह कम दूरी वाला सुगम मार्ग है। मात्र 36 किलोमीटर दूर है, ऐसे में पुल टूटने से क्षेत्र के ग्रामीण एक गांव से दूसरे गांव नहीं जा पा रहे हैं। टूटे पुल का पिछले दिनों जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी ने भी निरीक्षण किया था। अधिकारियों को निर्देशित किया, लेकिन अब तक पुल टूटा पड़ा है, इससे क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश है।
नगरी ब्लॉक में पर्यटन ग्राम जबर्रा है। इस गांव से बेन्द्रानाला पुल लगा हुआ है। यह पुल प्रधानमंत्री सड़क विभाग का है। इस मार्ग से ज्यादातर ग्रामीण गरियाबंद जिला आने-जाने के लिए करते हैं, लेकिन पिछले दिनों हुई झमाझम बारिश से यह पुल टूट गया। पुल टूटने से ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई है। मारागांव, गरियाबंद, जबर्रा और नगरी क्षेत्र का संपर्क टूट चुका है, इस क्षेत्र के ग्रामीण यहां आना-जाना नहीं कर पा रहे हैं। वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है, ऐसे में ग्रामीण परेशान है। जबकि इस पुल से गरियाबंद जाना बेहद ही सुगम मार्ग है। मात्र वहां से 36 किलोमीटर दूरी है। इस पुल से होकर क्षेत्र के 12 से अधिक गांवों के ग्रामीण नगरी समेत कई जगह आना-जाना करते हैं, फिल यह भी बंद है, ऐसे में ग्रामीणों ने शासन से शीघ्र ही टूटे पुल को बनाने की मांग की है, ताकि रास्ता बहाल हो सके।
पुल मरम्मत नहीं
ग्रामीण टिकेश्वर धु्रव, फलेन्द्र मंडावी, गजेन्द्र यादव समेत अन्य ग्रामीणों ने इसकी जानकारी जब क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी को दिए, तो वह स्वयं टूट चुके पुल के निरीक्षण में गए। देखा के पुल टूटने से कई मार्ग बंद है। जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी ने बताया कि यह पुल ग्रामीणों के बेहद जरूरी है। गरियाबंद जिला जाने का मुख्य व सुगम मार्ग है। तत्काल उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग के अधिकारी को मोबाइल से जानकारी देकर मरम्मत कराने निर्देशित किया है, लेकिन अभी तक पुल में काम शुरू नहीं हुआ है, इससे जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों में आक्रोश है। जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी व ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से शीघ्र ही पुल मरम्मत की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने मजबूर होंगे।