भारत-दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के संवाद मंच पर प्रधानमंत्री ने रखा डिजिटल इनोवेशन अलायंस का प्रस्ताव

भारत-दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के संवाद मंच पर प्रधानमंत्री ने रखा डिजिटल इनोवेशन अलायंस का प्रस्ताव

नई दिल्ली, 23 नवंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुई भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) से जुड़े संवाद मंच की बैठक में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने मानव केंद्रित विकास में मजबूती लाने के लिए तकनीकी जरूरी भूमिका पर जोर दिया और आईबीएसए डिजिटल इनोवेशन अलायंस बनाने का प्रस्ताव रखा।

उन्होंने कहा कि इससे तीनों देशों के बीच यूपीआई जैसे डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कोविन जैसे स्वास्थ्य मंच, साइबर सुरक्षा फ्रेमवर्क और महिलाओं के नेतृत्व वाली तकनीकी पल को साझा करने में मदद मिलेगी। चालीस देशों में परियोजनाओं को मदद करने में आईबीएसए फंड के काम की तारीफ़ करते हुए प्रधानमंत्री ने साउथ-साउथ सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए जलवायु लचीली कृषि के लिए आईबीएसए फंड का प्रस्ताव रखा।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि वैश्विक प्रशासन से जुड़े हुए संस्थान 21वीं सदी की असलियत से बहुत दूर हैं। उन्होंने आईबीएसए से यह मज़बूत संदेश देने को कहा कि इनमें सुधार ज़रूरी है। वैश्विक प्रशासन खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अब एक विकल्प नहीं अनिवार्यता है।आतंकवाद रोधी विषय पर प्रधानमंत्री ने करीबी समन्वय की जरूरत पर बल दिया और कहा कि आतंकवाद से लड़ते समय दोहरे मानदंड के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने सुरक्षित, भरोसेमंद और मानव केंद्रित एआई नॉर्म्स के विकास में योगदान देने की आईबीएसए की क्षमता पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने अगले साल भारत में होने वाले एआई इम्पैक्ट समिट में आईबीएसए नेताओं को आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आईबीएसए एक-दूसरे के विकास को पूरा कर सकता है और सतत विकास के लिए एक मिसाल बन सकता है। उन्होंने मोटा अनाज, प्राकृतिक खेती, आपदारोधी क्षमता, हरित ऊर्जा, पारंपरिक दवाएं और स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग के मौकों पर ज़ोर दिया।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि आईबीएसए सिर्फ़ तीन देशों का समूह नहीं है, बल्कि तीन महाद्वीपों के तीन बड़े लोकतांत्रिक देश और तीन बड़ी अर्थव्यवस्था को जोड़ने वाला एक जरूरी मंच है। प्रधानमंत्री ने बैठक को अफ्रीका की धरती पर पहले जी-20 शिखर सम्मेलन के साथ आयोजित किए जाने की सराहना की। उन्होंने कहा कि जी-20 इसके नतीजे में मानव केंद्रित विकास बहुपक्षीय बदलाव और सतत विकास पर ध्यान देने वाली जरूरी पहले हुई हैं।

बैठक की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने की और इसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा शामिल हुए।