धमतरी, 23 अक्टूबर । छत्तीसगढ के धमतरी जिला में केंद्र सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना में चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से आर्थिक अनियमितता का मामला सामने आया है। धमतरी जिला के गंगरेल बांध में केज कल्चर के नाम लाखों रुपये की अनियमितता का आरोप लगाया गया है।
केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना वर्ष 2021-22 में तत्कालीन सहायक संचालक मछली पालन के कार्यकाल में कुल 162 एवं 70 केज यूनिट लगाने के नाम से आबंटन प्राप्त हुआ था। अधिकांश लोगों को लाभ पहुंचाने की बजाय केवल चार हितग्राहियों को 72 केज राशि 86.40 लाख एवं नौ हितग्राहियों को 162 केज अनुदान राशि 291.60 लाख बीना केज लगे ही कमीशन लेकर बांट दिया गया। वर्तमान स्थिति की बात करें तो गंगरेल बांध में योजना अनुरूप केज नहीं लगे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता धरम साहू की शिकायत पर केंद्रीय जांच समिति गठित करने के लिए निवेदन पर समिति गठित की गईं समिति ने मामले की जांच में शिकायत को सही पाया। साथ ही आर्थिक अनियमितता की राशि की रिकवरी और संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही करने के लिए प्रमुख सचिव को निर्देशित किया गया था, जिसमें सहायक संचालक मछलीपालन द्वारा वित्तीय अनियमितता पाते हुए अनुदान राशि वसूल किए जाने के लिए पत्र भी जारी किया गया था, बावजूद इसके अब तक कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई के लिए वर्तमान स्थिति के लिए मुख्य सचिव को जवाब मांगा गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि संबंधित आधिकारी को सहायक संचालक से उप संचालक के पद पर पदोन्नत कर दिया गया है।
भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पत्र में कहा गया था कि जिले के आरटीआई कार्यकर्ता से प्राप्त एक अभ्यावेदन के आधार पर धमतरी जिले के सहायक निदेशक मत्स्य पालन के खिलाफ अनियमितताओं के गंभीर आरोप में आगे की जांच और आवश्यक कार्रवाई के लिए केंद्रीय जांच दल गठित करने का अनुरोध किया गया है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत 2021-22 के लिए धमतरी जिले के गंगरेल जलाशय में 162 केज की स्थापना के लिए लाखों रुपये की सब्सिडी के वितरण में आरोप की पुष्टि होती दिख रही है। राशि की वसूली के संबंध में स्पष्टीकरण के लिए मत्स्य संचालनालय द्वारा सहायक संचालक मत्स्य पालन धमतरी को पत्र जारी किया गया है। विभाग ने कार्रवाई कर जांच रिपोर्ट मंगाई है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई।
विभागीय कार्रवाई होगी
मत्स्य विभाग रायपुर प्रमुख संचालक नारायण नाग ने बताया कि मामले की जानकारी होने पर मैं स्वयं विभाग गया था। संबंधित से जानकारी लेकर तत्काल मामले की गंभीरता काे देखते हुए विभागीय अनियमितता को दूर करने का निर्देश दिया था। साथ ही कहा था कि यदि ऐसा नहीं होता है तो विभागीय कार्रवाई होगी।
जानकारी नहीं
मत्स्य विभाग धमतरी उपसंचालक गीतांजलि गजबिए ने कहा कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है। इसलिए इसके बारे में मैं कुछ नहीं बता सकती।