धमतरी : खाद उठाव में आई तेजी, सोसाइटियों में हो सकती है किल्लत

धमतरी : खाद उठाव में आई तेजी, सोसाइटियों में हो सकती है किल्लत

धमतरी, 12 जुलाई । खरीफ खेती-किसानी में तेजी आने के बाद सोसाइटियों से खाद का उठाव तेजी से होने लगा है। किसान खाद का उठाव कर घरों में स्टाॅक कर रहे हैं, ताकि बाद में उन्हें किल्लत से न जूझना पड़े। जिले में 27934 टन खाद भंडारित किया गया था, इसमें से अब तक किसानों ने 23421 टन खाद का उठाव कर चुके हैं। अब सोसाइटियों में सिर्फ साढ़े चार हजार टन खाद शेष है। जिस तेजी से किसान खाद का उठाव कर रहे हैं, इससे जल्द ही सोसाइटियों में खाद की किल्लत हो सकती है, क्योंकि दूसरे किश्त में भंडारण नहीं हुआ है।

आषाढ़ माह के अंतिम सप्ताह और सावन माह के प्रथम सप्ताह में अंचल में अच्छी बारिश हुई है, इससे ठप पड़े खरीफ खेती-किसानी के कार्याें में तेजी आई है। खेतों की जोताई के बाद किसान अपने खेतों में तेजी से रोपाई व लेही पद्धति से बोआई कर रहे हैं। जिले के अधिकांश किसान अपने खेतों में बोता पद्धति से बोआई कर चुके हैं, उनके खेतों में धान फसल तैयार हो रही है। रोपाई व बोआई के बाद जल्द ही किसान अपने खेतों में सभी प्रकार के खाद का छिड़काव करेंगे, ऐसे में सोसाइटियों से किसान तेजी के साथ खाद का उठाव कर रहे हैं। सोसाइटियों में खाद खरीदने के लिए किसान पहुंच रहे हैं। धमतरी जिले के सभी 74 सोसाइटियों में फिलहाल खाद का भंडारण है, कहीं से भी किल्लत की स्थिति नहीं है, लेकिन जल्द ही उठाव को देखते हुए सोसायटियों में स्टाक खत्म होने की आशंका है।

जिला नोडल अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिलेभर के सभी सोसाइटियों में खरीफ खेती-किसानी के लिए कुल 27934 टन सभी प्रकार के खाद का भंडारा किया गया था। इसमें यूरिया 11811 टन है, इसमें से किसानों ने 10231 टन खाद का उठाव कर चुके हैं। अब सोसाइटियों में 1580 टन खाद शेष है। इसी तरह सुपर फास्फेट 3088 टन में से 2517 टन का उठाव किया जा चुका है केवल 571 टन खाद शेष है। डीएपी खाद का कुल 10956 टन का भंडारण था इसमें से 9275 टन का उठाव किसान कर चुके हैं। सोसाइटियों में अब 1681 टन खाद शेष है। पोटाश 1092 टन में 738 टन का उठाव हो चुका है। वहीं एनपीके खाद 986 टन का भंडारण था, इसमें से 661 टन का उठाव हो चुका है। इस संबंध में डीएमओ सीआर जोशी का कहना है कि सोसाइटियों में पर्याप्त खाद है। किल्लत होती है, तो खाद का अतिरिक्त भंडारण किया जाएगा।