धमतरी, 20 जुलाई । पड़ोसी जिला कांकेर में अच्छी बारिश हुई है इसलिए गंगरेल बांध के कैचमेंट एरिया से पानी की आवक अच्छी हो रही है। प्रति सेकेंड गंगरेल बांध में 7777 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की जा रही है। देर रात तक पानी की आवक में और बढ़ोत्तरी की संभावना है। वहीं जिले के तीन अन्य बांधों में भी पानी की आवक बनी हुई है।
धमतरी जिले में झमाझम बारिश हुई है, लेकिन इस बारिश से जिले के सबसे बड़े गंगरेल बांध की प्यास नहीं बूझी। बांध की प्यास पड़ोसी जिला कांकेर में अच्छी वर्षा होने के बाद कैचमेंट एरिया से पानी की आवक से बूझती है, ऐसे में कांकेर जिला में अच्छी बारिश का सभी वर्गाें को इंतजार था, जो अब होने लगा है। कांकेर जिले में संतोषजनक बारिश होने की वजह से गंगरेल बांध में पानी की आवक बढ़ गई है। आषाढ़ व सावन माह के इस पूरे सीजन के सबसे अधिक आवक 7777 क्यूसेक पानी की आवक 19 जुलाई को गंगरेल बांध में बनी हुई है, इससे बांध के जलभराव में सुधार होने लगा है। वर्तमान में गंगरेल बांध में पानी की अच्छी आवक होने के कारण साढ़े 20 टीएमसी जलभराव हो चुका है। वहीं मुरूमसिल्ली बांध की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। वनांचल क्षेत्र के जंगल व पहाड़ी क्षेत्रों में
बारिश होने से यहां इन दिनों 440 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, इससे बांध में जलभराव बढ़ने लगा है। वर्तमान में यहां आधा टीएमसी भी जलभराव नहीं है, ऐसे में इस क्षेत्र में मुरूमसिल्ली बांध भरने के लिए झमाझम बारिश होने का इंतजार है।दुधावा बांध में वर्तमान में सात टीएमसी जलभराव है। जबकि बांध की क्षमता 10 टीएमसी से अधिक है, ऐसे में यहां आधे से अधिक जलभराव है। इस बांध में जलभराव संतोषजनक है, लेकिन बांध को लबालब होने के लिए बारिश का इंतजार है। वर्तमान में यहां 555 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, इससे बांध में जलभराव बढ़ने लगा है। इसी तरह वनांचल क्षेत्र के सोंढूर बांध में वर्तमान में साढ़े चार टीएमसी जलभराव है, जो अपनी क्षमता से आधे से अधिक है। बांध में संतोषप्रद पानी भरा हुआ है, लेकिन बांध को भरने बारिश होने का इंतजार है। क्षेत्र में अच्छी बारिश नहीं है इसलिए यहां सिर्फ 70 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में एक जून से अब तक 405 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।